ADVERTISEMENTREMOVE AD

बंगाल फायरिंग में 4 की मौत,EC बोला-CISF ने डिफेंस में गोली चलाई

आयोग का कहना है कि जवान एक बच्चे की मदद कर रहे थे, लोगों ने समझा पीट रहे हैं

Updated
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

पश्चिम बंगाल में 10 अप्रैल को चुनाव का चौथा चरण पूरा हुआ. चुनाव आयोग के मुताबिक, इस चरण में करीब 76 फीसदी मतदान हुआ है. हालांकि, कूच बिहार में एक पोलिंग बूथ पर झड़प के बाद CISF जवानों ने गोली चलाई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. इस घटना पर राजनीति शुरू हो गई है. अब इस मामले में चुनाव आयोग का बयान आया है. आयोग का कहना है कि जवानों ने 'जिंदगियां बचाने और सरकारी संपत्ति की रक्षा' के लिए गोली चलाई थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

चुनाव आयोग ने स्पेशल ऑब्जर्वर्स की रिपोर्ट के आधार पर सिताल्कुची विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग स्टेशन 126 पर वोटिंग को टालने का आदेश दे दिया था. आयोग ने स्पेशल ऑब्जर्वर्स और चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर से डीटेल्ड रिपोर्ट्स भी मांगी थी.

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

आयोग का कहना है कि गलतफहमी की वजह से केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ स्थानीय लोगों की झड़प हुई थी. आयोग ने कहा, "सुरक्षा बल पोलिंग बूथ के पास एक बीमार लड़के मदद करने की कोशिश कर रहे थे, जब कुछ स्थानीय लोगों को लगा कि CISF बच्चे को पीट रही है."

चुनाव आयोग का कहना है कि इसके बाद करीब 300-350 गांववाले जमा हो गए थे.

“गलतफहमी की वजह से गुस्से भीड़ ने CISF जवानों पर हमला किया. कुछ ने जवानों के हथियार छीनने की भी कोशिश की. सुरक्षा बलों ने पहले हवा में फायर किया लेकिन भीड़ पीछे नहीं हटी.” 
चुनाव आयोग

चुनाव आयोग ने कहा, "कोई और विकल्प न देखते हुए और अपनी जान, और EVM जैसी सरकारी संपत्ति को बचाने के लिए CISF जवानों ने फायरिंग कर दी."

इसके अलावा आयोग ने कूच बिहार जिले में किसी भी नेता की एंट्री पर 72 घंटे का बैन लगाया है. आयोग ने कहा है कि किसी भी राष्ट्रीय, राज्य या किसी भी तरह की राजनीतिक पार्टी के किसी भी नेता को जिले की भूगोलिक सीमा के अंदर आने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए. 
0

CISF का क्या कहना है?

CISF के प्रवक्ता ने भी एक बयान में कहा है कि 'जवानों ने आत्मरक्षा और चुनाव अधिकारियों की जान बचाने' के लिए गोली चलाई थी.

“पोलिंग स्टेशन 126 के बाहर भीड़ ने CISF जवानों पर हमला किया और उनके हथियार छीनने की कोशिश की. आत्मरक्षा और चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा के लिए जवानों ने 6-8 राउंड फायर किए.”
CISF के प्रवक्ता

इंडियन एक्सप्रेस की खबर में CISF सूत्रों के हवाले से बताया गया कि चुनाव को बाधित करने और बूथ पर कब्जा करने की दो बार कोशिश की गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी कोशिश के दौरान CISF जवानों ने हिंसक भीड़ पर गोली चलाई.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बंगाल में अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती

चुनाव आयोग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की 71 अतिरिक्त कंपनियां भेजने का निर्देश दिया है. कूच बिहार की घटना के बाद आयोग ने बचे हुए चार चरणों के लिए सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है.

राज्य में अभी केंद्रीय बलों की 1000 कपनियां तैनात हैं. अतिरिक्त कंपनियों में से 33 BSF से, 13 ITBP से, 12 CRPF से, 9 SSB से और 4 CISF से आएंगी. CAPF की एक कंपनी में लगभग 85 जवान होते हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×