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कौन हैं विनायक, भैय्यूजी महाराज ने जिसके नाम कर दी पूरी प्रॉपर्टी

विनायक पिछले डेढ़ दशक से भैय्यूजी महाराज का सबसे भरोसेमंद सेवादार रहा है.

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भारत
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आध्यात्मिक गुरु भैय्यूजी महाराज की कथित खुदकुशी का मामला चर्चा में है. इस घटना के बाद से भैय्यूजी के करीबी सेवादार विनायक दुधाड़े का नाम भी सुर्खियों में छाया हुआ है. सुसाइड नोट के मुताबिक, भैय्यूजी महाराज ने अपनी पत्नी और बेटी की बजाय विनायक को अपनी प्रॉपर्टी का उत्तराधिकारी घोषित किया है. ऐसे में जानिए विनायक के बारे में कुछ खास बातें.

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भैय्यूजी महाराज की मौत से पहले विनायक दुधाड़े का नाम कभी चर्चा में नहीं रहा. लेकिन विनायक भैय्यूजी के सबसे भरोसेमंद सेवादार हैं. 'महाराष्ट्र टाइम्स' के मुताबिक, विनायक मूल रूप से महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के पारनेर तालुका के एक गांव लोनी-हवेली के रहने वाले हैं.

विनायक के बाबा भीकाजी गणपत दुधाड़े काम की तलाश में अहमदनगर से मध्य प्रदेश के इंदौर चले गए थे. भीकाजी के तीन बेटे हैं- काशीनाथ, गोरख और विष्णु. इनमें से काशीनाथ भैय्यूजी महाराज के शिष्य हैं. विनायक काशीनाथ के बेटे हैं.

भैय्यूजी के संपर्क में ऐसे आए विनायक

साल 2003 में कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद पिता के कहने पर विनायक ने इंदौर में भैय्यूजी के आश्रम आना-जाना शुरू कर दिया. अपनी ईमानदारी, वक्त की पाबंदी, वफादारी और अच्छे स्वभाव की वजह से विनायक ने जल्द ही भैय्यूजी महाराज का दिल जीत लिया और भरोसेमंद सेवादारों में शामिल हो गए. इसके बाद बहुत ही कम समय में विनायक भैय्यूजी महाराज के सबसे करीबी लोगों में शुमार होने लगे.

धीरे-धीरे विनायक पर भैय्यूजी को इतना भरोसा हो गया कि उन्होंने अपने आश्रम के सभी वित्तीय अधिकार विनायक को दे दिए. भैय्यूजी की जिंदगी से जुड़ी हर बात विनायक को पता होती थी. उनके हर फैसले में विनायक सहभागी होते थे.

विनायक पिछले डेढ़ दशक से भैय्यूजी के साथ साये की तरह रहते आए हैं. भैय्यूजी हर मामलों में विनायक से चर्चा करते थे और उनकी सलाह को महत्व भी देते थे. यही नहीं, भैय्यूजी अपने परिवार से जुड़े मामलों में भी विनायक के साथ सलाह-मशविरा करते थे. यही वजह है कि कथित सुसाइड नोट में भैय्यूजी की संपत्ति के सभी अधिकार विनायक को सौंपे जाने की बात सामने आई है. भैय्यूजी की कुल संपत्ति 200 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
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सुसाइड नोट पर सवाल खड़े हुए

खुदकुशी से पहले भैय्यूजी महाराज का लिखा गया कथित सुसाइड नोट अब सवालों के घेरे में है. खबर है कि आश्रम से जुड़े लोगों के बाद अब भैय्यूजी महाराज के परिजन उनके सुसाइड नोट पर सवाल उठा रहे हैं.

पुलिस इस मामले से निपटने के लिए हैंडराइटिंग एक्सपर्ट की मदद लेने जा रही है. इस बात की जांच होनी है कि सुसाइड नोट भैय्यूजी ने ही लिखा है या साजिशन किसी और ने. बताया जा रहा है कि भैय्यूजी के रिश्तेदार सभी मामलों में विनायक की दखल से खुश नहीं थे.

भैय्यूजी महाराज ने मंगलवार को कथित तौर पर अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी. शुरुआती जांच में ये बात सामने आई है कि भैय्यूजी की बेटी कुहू और उनकी दूसरी पत्नी डॉ.आयुषी के बीच गंभीर विवाद था. इन दोनों के बीच का झगड़ा ही भैय्यूजी की खुदकुशी का कारण बना.

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