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राजीव गांधी हत्याकांड में जिंदा बचीं पुलिसकर्मी कांग्रेस में शामिल

अनुसुया डेजी 29 साल पहले राजीव गांधी के ठीक दांई ओर खड़ी थी, जिसके कुछ देर बाद ब्लास्ट हुआ

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पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दौरान हुए बम धमाके में जिंदा बचने वालीं पुलिसकर्मी अनुसुया डेजी ने 29 साल बाद कांग्रेस ज्वाइन की है. 21 मई 1991 को राजीव गांधी की एक ह्यूमन बम धमाके में हत्या कर दी गई थी. अनुसुया जेडी इस धमाके के वक्त राजीव गांधी की सुरक्षा में मौजूद सुरक्षाकर्मियों में शामिल थीं. जिसके बाद अब उन्होंने चेन्नई में कांग्रेस की सदस्यता ली है.

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पिछले साल हुईं रिटायर

कांग्रेस में शामिल होने के बाद रिटायर्ड पुलिसकर्मी अनुसुया डेजी ने क्विंट से बातचीत में कहा,

मैं एक ऐसी पार्टी की सदस्य बनना चाहती थी, जिसके कई नेताओं ने हमारे देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी. बता दें कि उन्होंने पिछले साल 2019 तक बतौर सब इंस्पेक्टर पुलिस में काम किया. जिसके बाद वो रिटायर हो गईं.

डेजी को आज भी वो दिन अच्छी तरह याद है, जब आतंकियों ने राजीव गांधी की हत्या को अंजाम दिया था. उस दिन अनुसुया राजीव गांधी के ठीक दांईं ओर खड़ी थीं. जिसके कुछ ही देर बाद LTTE के सुसाइड बॉम्बर ने खुद को बम के साथ उड़ा दिया, जिसमें राजीव गांधी और 15 अन्य लोगों की मौत हो गई. इसमें पुलिस के एसपी भी शामिल थे. लेकिन इस धमाके में अनुसुया बच गईं, इस धमाके में उन्होंने अपने बाएं हाथ की दो उंगलियां खो दीं.

दोषियों की रिहाई के खिलाफ

अनुसुया ने तमिलनाडु सरकार पर इस हत्याकांड से जुड़े दोषियों को छोड़ने को लेकर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैंने न्याय पाने के लिए पार्टी ज्वाइन की है. मीडिया दोषियों को रिहा करने वाली याचिकाओं पर ध्यान दे रहा है. मैं वहां थी जब ये सब कुछ हुआ था और मैं बच गई. मैं उन सभी लोगों की आवाज बनूंगीं, जिन्हें उस घटना से किसी भी तरह का नुकसान हुआ था और जिन पर इसका गहरा असर पड़ा था.

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