- एक्सिस माय इंडिया और टीवी टुडे का सर्वे बताता है कि योगी आदित्यनाथ को एंटी इन्कंबेंसी का नुकसान उठाना पड़ सकता है
- सर्वे के मुताबिक, योगी की लोकप्रियता शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे से भी कम हुई है
- वहीं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की लोकप्रियता बढ़ रही है
हिंदी पट्टी के तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के बाद अब बीजेपी को अगला झटका उत्तर प्रदेश में लग सकता है. एक्सिस माय इंडिया और टीवी टुडे के सर्वे के मुताबिक, बीते तीन महीनों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता तेजी से गिरी है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में दो साल बाद योगी की लोकप्रियता मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के रूप में तीसरे कार्यकाल के बाद भी शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह की तुलना में 6 फीसदी कम है. लोकसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी इलेक्शन मोड में आ चुकी है, ऐसे में उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार के खिलाफ असंतोष सत्ताधारी पार्टी के लिए नया सिरदर्द साबित हो सकता है.
बीते तीन महीनों में आई योगी की लोकप्रियता में कमी
सितंबर में इंडिया टुडे के लिए एक्सिस द्वारा किए गए सर्वे में योगी आदित्यनाथ को 43 फीसदी जनता ने लोकप्रियत नेता बताया था. लेकिन एक्सिस का ताजा सर्वे बताता है कि बीते तीन महीनों में योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता में 5 फीसदी की कमी आई है. दिसंबर के तीसरे सप्ताह में सिर्फ 38 फीसदी लोगों ने कहा कि अगली बार भी मुख्यमंत्री पद के लिए योगी आदित्यनाथ ही उनकी पसंद होंगे.
बढ़ रही है अखिलेश यादव की लोकप्रियता
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की लोकप्रियता एक बार फिर तेजी के साथ बढ़ रही है. बीते तीन महीनों में उनकी लोकप्रियता में 8 फीसदी का इजाफा हुआ है. सितंबर महीने में किए गए सर्वे में अखिलेश यादव को 29 फीसदी लोगों ने लोकप्रिय नेता बताया था. जबकि तीन महीने बाद दिसंबर में हुए सर्वे में 37 फीसदी लोगों ने अखिलेश को लोकप्रिय नेता बताया. यानी कि अब योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव की लोकप्रियता में महज एक फीसदी का फासला रह गया है.
वहीं बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की लोकप्रियता गिरी है. सितंबर महीने में मायावती को 18 फीसदी लोगों ने पसंदीदा नेता बताया था, जबकि दिसंबर महीने में उन्हें 15 फीसदी लोगों ने लोकप्रिय नेता बताया.
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