उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को लेकर विवादित बयान दिया है. विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब में योगी आदित्यनाथ ने ये बातें कहीं.
दिसंबर 2019 में CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई 22 लोगों की मौत पर बोलते हुए सीएम ने कहा, ‘अगर कोई मरने के लिए आ ही रहा है तो वो जिंदा कहां से हो जाएगा?’
सीएम ने आगे कहा कि पुलिस की गोली से किसी की मौत नहीं हुई है. उन्होंने कहा, 'जिनकी मौत हुई है, वो प्रदर्शनकारियों की गोली से हुई है. अगर कोई सड़क पर लोगों को गोली मारने के इरादे से जाता है, तो या तो उसकी मौत होगी या पुलिसवाले की.'
योगी आदित्यनाथ ने राज्य में नागरिकता कानून के खिलाफ हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर भी निशाना साधा.
‘आजादी के नारे लगाए गए. क्या है ‘आजादी’? क्या हमें जिन्ना के सपने की तरफ काम करना है या गांधी के सपने की तरफ? पुलिस की उसके काम के लिए तारीफ की जानी चाहिए. दिसंबर में हुई हिंसा के बाद, राज्य में कोई हिंसा नहीं हुई.’योगी आदित्यनाथ, यूपी सीएम
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वो प्रदर्शनकारियों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ एक्शन लेंगे. सीएम ने कहा, 'जो लोग कानून को हाथ में लेने की कोशिश करेंगे, हम उन्हें उनकी भाषा में जवाब देंगे. मैंने हमेशा कहा है कि हम किसी भी लोकतांत्रिक प्रदर्शन का समर्थन करेंगे, लेकिन अगर कोई माहौल को खराब करने के लिए लोकतंत्र के पीछे छिपता है, तो हम कार्रवाई करेंगे.'
उत्तर प्रदेश में हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए, 883 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें से 561 को जमानत दी गई है.
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