इंडियन आर्मी ने लगातार दूसरे साल भी मेड इन इंडिया मतलब भारत में बने असॉल्ट राइफल एक्स-कैलिबर को लेने से इंकार कर दिया है. क्वॉलिटी और गोलियां दागने की बेहद कमजोर क्षमता का हवाला देते हुए सेना ने असॉल्ट राइफल को रिजेक्ट कर दिया है.
7.62X51 एमएम असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल एके-47 और इंसास की जगह किया जाना था. फिलहाल एके-47 और इंसास इंडियन आर्मी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बेसिक हथियार हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राइफल फैक्ट्री इशापुर की ओर से बनाई गई 7.62X51 एमएम की बंदूकों का पिछले हफ्ते टेस्ट किया गया था. लेकिन यह राइफल्स फायरिंग टेस्ट में बुरी तरह फेल रही. इसके बाद आर्मी ने इन राइफलों को खारिज करने का फैसला किया.
मेड इन इंडिया राइफल्स में वह बात नहीं
पीटीआई के मुताबिक, इन बंदूकों में बहुत सारी खामियां थीं और आर्मी इसे इस्तेमाल में तभी ला सकती थी जब इसके मैग्जीन की पूरी डिजाइनिंग फिर से की जाती. सूत्रों के मुताबिक, फायरिंग टेस्ट के दौरान राइफलों में ज्यादा चमक और आवाज देखी गई. उन्होंने कहा कि हथियारों की विश्वसनीयता के पहलू के गहन विश्लेषण की जरूरत है.
पहले भी किया था रिजेक्ट
आर्मी ने पिछले साल भी भारत में बने 5.56 एमएम की एक्सकैलिबर बंदूकें स्वीकार करने से इंकार कर दिया था. आर्मी ने दलील दी थी कि ये राइफलें उसकी कसौटी पर खरी नहीं उतरती है.
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