नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)| भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने गुरुवार को कहा कि वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के कर्जदाता दिए गए कर्ज की पुनर्गठन योजना (छूट) पर विचार कर रहे हैं, ताकि एयरलाइन की दीर्घकालिक व्यवहार्यता सुनिश्चित हो सके।
सरकारी बैंक एसबीआई भी एयरलाइन के कर्जदाताओं के समूह में शामिल हैं। कर्जदाताओं के समूह का बयान ऐसे समय में आया है, जब एयरलाइन ने बुधवार को कहा था कि वह पूंजी जुटाने और कर्ज का बोझ कम करने की योजना पर सक्रियता से काम कर रही है।
बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा, "एसबीआई यह बताना चाहता है कि तनावग्रस्त परिसंपत्तियों (फंसे हुए कर्जो) के समाधान के लिए कर्जदाता आरबीआई के ढांचे के तहत एक पुर्नगठन योजना (कर्ज में छूट देने) पर विचार कर रहे हैं, ताकि कंपनी की दीर्घकालिक व्यवहार्यता सुनिश्चित हो सके।"
इस तरह की कोई भी योजना कर्जदाताओं के निदेशक मंडल के साथ ही आरबीआई, सेबी और नागरिक विमानन मंत्रालय की मंजूरी के अधीन है।
जेट एयरवेज ने 1 जनवरी को बैंकों को ब्याज और किश्तों के भुगतान में देरी की सूचना दी थी, जिसके बाद रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने एयरलाइन के अल्प और दीर्घकालिक दोनों क्रेडिट सुविधाओं को घटा दिया था।
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