दिल्ली के कंझावला केस (Kanjhawala Case) में दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पेशल सीपी दिल्ली सागर प्रीत हुड्डा में कहा, इस केस पर 18 टीम काम कर रही है. जो आरोपी हैं उनके वर्जन में विरोधाभास मिल रहा है. अभी पता लगा है कि इसमें दो लोग और शामिल थे. इंटेरोगेशन के आधार पर पता लगा है कि गाड़ी अमित ड्राइव कर रहा था. आरोपी और मृतका के बीच कोई पुराना कनेक्शन नहीं था.
पुलिस ने बताया- क्या मृतका ने पी रखी थी शराब?
स्पेशल सीपी दिल्ली सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि, "पड़ताल के आधार पर आरोपी और मृतका के बीच कोई पुराना कनेक्शन नहीं मिला है. जो चश्मदीद मिली है, उसका भी आरोपियों से कोई पुराना कनेक्शन नहीं मिला है. क्या मृतका शराब के नशे में थी. इस सवाल पर पुलिस ने कहा कि चश्मदीद ने बाहर ऐसा कोई बयान दिया है, लेकिन हमारे लिए वह रिलेवेंट नहीं है."
उन्होंने आगे कहा कि, "जो दो अन्य आरोपी हैं उसमें एक आशुतोष है और दूसरा अंकुश खन्ना है. अमित गाड़ी चला रहा था दीपक नहीं. इस केस में सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश की गई है. जो गाड़ी ड्राइव कर रहा था अमित, उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था."
सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि, "शराब की पुष्टि फाइनल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद होगी. जिस तरह से हमारे पास डिटेल आ रही है. ऐसे में ये जो एक्सीडेंट है वह बहुत भयानक है. इसलिए हमारे लिए बहुत जरूरी है कि हम सभी सबूत इकट्ठा करे और न्याय दिला सके. बिना सबूत के 302 की धारा नहीं जोड़ी जा सकती है."
आरोपी और मृतका के बीच कनेक्शन नहीं
वहीं उन्होंने बताया कि, सीडीआर और सीसीटीवी के आधार पर पता लग रहा है कि आरोपी और मृतका का कोई कनेक्शन नहीं मिला है. किसी हादसे में मोटिव होना भी जरूरी है. अगर नहीं होता है तो उसे स्टेब्लिश करना बहुत मुश्किल होता है. पुलिस को कानून के तहत कार्रवाई करनी पड़ती है. ये 304 के लिए फिट केस है. उसके लिए और भी सबूत इकट्ठा कर रहे हैं."
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