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कर्नाटक के मंत्री पर FIR, कॉन्ट्रैक्टर ने 40% कमीशन का आरोप लगाया था

केएस ईश्वरप्पा कर्नाटक सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री हैं.

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कर्नाटक सरकार के मंत्री केएस ईश्वरप्पा के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. उनके ऊपर ठेकेदार संतोष पाटिल को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगा है. FIR दर्ज करने को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) की कर्नाटक इकाई ने बेलगावी में प्रदर्शन भी किया था. आरोप है कि ईश्वरप्पा ने अपने सहयोगी के माध्यम से 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी, जिसके बाद पाटिल ने उडुपी के एक होटल में जहर खाकर अपनी जान दे दी.

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कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा, एफआईआर दर्ज हो गई है. मैंने सारी जानकारी जुटा ली थी. आज मैं ईश्वरप्पा से बात करूंगा. जब रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि ईश्वरप्पा ने कहा कि अगर सीएम कहेंगे तो वह अपना इस्तीफा दे देंगे. इसपर उन्होंने कहा,

मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या कहा था. उनसे बात करूंगा, तभी मुझे साफ-साफ समझ में आएगा. विपक्षी दल मामले में खामियां निकालने की कोशिश कर रहा है. जांच के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी.

कर्नाटक(Karnataka) में ग्रामीण विकास और पंचायत राज (आरडीपीआर) मंत्री केएस ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्य और ठेकेदार संतोष पाटिल मंगलवार, 12 अप्रैल को उडुपी में मृत पाए गए. इसके बाद मृतक के भाई प्रशांत पाटिल का बयान और सुसाइड नोट सामने आया. उन्होंने कहा कि हमें एक रुपया भी नहीं मिला और इस मौत के लिए मंत्री ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं, उन्हें गिरफ्तार कर लेना चाहिए.

संतोष ने कर्नाटक के मंत्री पर सड़क निर्माण परियोजना के बिलों पर 40% कमीशन की मांग करने का आरोप लगाया था.

सुसाइड नोट में मंत्री ईश्वरप्पा को बताया जिम्मेदार

सुसाइड नोट में मृतक संतोष पाटिल ने मंत्री केएस ईश्वरप्पा को पूरी तरह से जिम्मेदार बताया है. मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा, मेरी मौत के लिए पूरी तरह से आरडीपीआर मंत्री केएस ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं. मैं अपनी आकांक्षाओं को दरकिनार करते हुए यह फैसला ले रहा हूं. मैं हमारे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, हमारे प्रिय लिंगायत नेता बीएसवाई और अन्य सभी से हाथ जोड़कर अनुरोध करता हूं कि मेरी पत्नी और बच्चों की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं.

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