लखनऊ पुलिस ने नए खुले लुलु मॉल में नमाज अदा करने के मामले में चार युवकों को गिरफ्तार किया है।
सभी चार कथित नमाजी (जो नमाज अदा कर रहे थे) मुसलमान हैं और उनसे पूछताछ की जा रही है।
उनकी पहचान मोहम्मद रेहान, आतिफ खान, दोनों लखनऊ के निवासी और मोहम्मद लुकमान और मोहम्मद नोमान दोनों भाई के रूप में हुई है।
ये सभी लखनऊ के इंदिरा नगर के रहने वाले हैं।
शुरुआती पूछताछ में युवकों ने बताया कि वे मॉल में थे और नमाज अदा करने का समय हो गया था इसलिए वे नमाज अदा करने बैठ गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हम घटना के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ कर रहे हैं कि क्या उनका मकसद कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की कोई साजिश थी।
लखनऊ पुलिस ने एक प्रेस नोट भी जारी किया, जिसमें 12 जुलाई को लुलु मॉल में नमाज अदा करते हुए कैमरे में कैद हुए आठ लोगों के गैर-मुस्लिम होने की खबरों को खारिज किया गया।
लखनऊ कमिश्नर द्वारा मंगलवार को जारी नोट में कहा गया है कि चार व्यक्तियों- सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और अरशद अली को 15 जुलाई को इस घटना के बाद सांप्रदायिकता सौहाद्र्र बिगाड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
योगी, पाठक और गोस्वामी कथित तौर पर पूजा करने की कोशिश कर रहे थे, जबकि अली कथित तौर पर मॉल के परिसर में नमाज अदा करने की कोशिश कर रहा था।
नोट में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाई गईं कि 15 जुलाई को गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से तीन 12 जुलाई की घटना में नमाजी थे।
इन चारों के अलावा 16 जुलाई को शॉपिंग मॉल में घुसने की कोशिश में कानून-व्यवस्था भंग करने के आरोप में 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उसी दिन, दो अन्य लोगों को हनुमान चालीसा का पाठ करने और सद्भाव बिगाड़ने के नारे लगाने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।
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