मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) जिले में आदिवासी युवती की संदिग्ध मौत के बाद आदिवासी समाज के लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. इसमें एक आदिवासी की मौत और कुछ पुलिसकर्मी और आदिवासी घायल हो गए हैं. पुलिस ने बताया कि जांच जारी है और हालात पर अब काबू पा लिया गया है.
दरअसल यह मामला महू के बड़गोंदा थाना क्षेत्र का है, जहां एक आदिवासी युवती की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई, इसके बाद 15 मार्च को रात करीब 8 बजे उसके घरवाले युवती के शव को लेकर डोंगरगांव चौकी पहुंचे और शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम किया.
आदिवासी लोगों का आरोप है कि पाटीदार समुदाय के किसी युवक ने आदिवासी युवती के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी, इसे लेकर आदिवासी लोगों ने पुलिस चौकी के बाहर प्रदर्शन किया और पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया. गुस्साए आदिवासियों ने पुलिस चौकी पर पथराव भी किया. इसके बाद पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायरिंग की और लाठीचार्च किया.
इस झड़प में डोंगरगांव थाना प्रभारी सहित कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है, वहीं एक आदिवासी को गोली लगी है, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
घरवाले- पुलिस और विपक्ष ने इस मामले पर क्या कहा?
मृतका के पड़ोसी शिवराम के अनुसार कविता पिता पांचीलाल 23 साल की निवासी खरगोन जिला धामनोद में किराए के मकान में रहकर पढ़ाई करती थी, लेकिन 15 मार्च को उसकी मौत की खबर मिली तब वे महू सिविल अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में पता चला कि कविता गवली पलासिया निवासी यदुनंदन पाटीदार के घर थी. जहां पर उसकी मौत हुई है.
परिजनों ने आरोप लगाया कि युवक ने कविता का अपहरण किया फिर रेप और फिर उसकी हत्या कर दी. वहीं पुलिस के अनुसार यदुनंदन ने कविता को उसकी पत्नी बताया है. जिससे वह शादी करके उसके साथ रह रहा था और 15 मार्च को पानी गर्म करते समय उसे करंट लगा और उसकी मौत हो गई है. वहीं पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
"इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं. पूरे मामले की जांच की जाएगी."एसपी भगवत सिंह विरदे
पुलिस और आदिवासियों के बीच हुई झड़प में कथित तौर पर पुलिस की गोली से एक आदिवासी की मौत के मामले में पीसीसी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर कांग्रेस के आदिवासी विधायकों का दल घटनास्थल पर जांच के लिए रवाना हो गया है. जांच दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पांचीलाल मेड़ा शामिल हैं. इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं.
यह दल घटना की सच्चाई पता करेगा और पीड़ित लोगों से बातचीत करेगा. दल अपनी रिपोर्ट कमलनाथ को सौंपेगा.
इनपुट- अंकित परमार
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