कार बनाने वाले जर्मनी के फॉक्सवैगन समूह ने भारत में अपनी तीन यात्री कार अनुषंगी कंपनियों फॉक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, फॉक्सवैगन ग्रुप सेल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और स्कॉडा ऑटो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का विलय कर उनकी एक कंपनी बना दी है।
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि इन तीनों अनुषंगियों का विलय ‘स्कॉडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ में कर दिया गया है। गुरुप्रताप बोपाराई इसके नए प्रबंध निदेशक होंगे।
नयी इकाई का मुख्यालय पुणे में होगा। विलय के लिए नियामकीय मंजूरियां भी प्राप्त कर ली गयी हैं। नयी इकाई कंपनी के पुणे और औरंगाबाद के संयंत्रों का भी परिचालन करेगी।
फाक्सवैगन समूह का कहना है कि यह पुनर्गठन भारत के बारे में कंपनी की दीर्घकालिक परियोजना ‘इंडिया 2.0’ के अनुरूप है। इसका मकसद 2025 तक फॉक्सवैगन और स्कॉडा की बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाना है।
इस मौके पर बोपाराई ने कहा, ‘‘इस विलय के साथ हमारी योजना देश में अपनी प्रबंधकीय और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता को एक करना है। इससे हम प्रतिस्पर्धी माहौल में अपनी क्षमताओं का बेहतर आकलन कर सकेंगे।’’
स्कॉडा ऑटो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बर्नहार्ड मेयर ने कहा कि अब हम कई और कदम उठाएंगे। अगले साल की शुरुआत में हम ‘इंडिया 2.0’ मॉडल को दिल्ली में ऑटो एक्सपो में प्रदर्शित करेंगे।
जुलाई 2018 में कंपनी ने अपनी ‘इंडिया 2.0’ परियोजना के तहत एक अरब यूरो के निवेश की घोषणा की थी। जनवरी 2019 में कंपनी ने पुणे में अपना नया प्रौद्योगिकी केंद्र शुरू किया है।
भाषा शरद मनोहरमनोहर0710 1652 मुंबईनननन.
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