जियो न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में बाढ़ पर अपनी नई स्थिति रिपोर्ट में, डब्ल्यूएचओ ने बताया कि जून के मध्य में शुरू हुई भारी मानसूनी बारिश देश के कई हिस्सों में जारी है और इसने कुल 160 में से 116 जिलों (75 प्रतिशत) को प्रभावित किया है।
सबसे अधिक प्रभावित प्रांत सिंध है, उसके बाद बलूचिस्तान है।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि 25 अगस्त तक 3.3 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 64 लाख से अधिक लोगों को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है, जिसमें 421,000 शरणार्थी शामिल हैं।
1,100 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 15,000 लोग घायल हुए हैं।
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट ने स्वास्थ्य सुविधाओं पर गंभीर प्रभाव पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें कहा गया है कि 28 अगस्त तक, देश में 888 स्वास्थ्य सुविधाएं क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जिनमें से 180 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं।
जियो न्यूज ने डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के हवाले से कहा, स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और आवश्यक दवाओं और चिकित्सा आपूर्ति तक पहुंच अभी मुख्य स्वास्थ्य चुनौतियां हैं।
पाकिस्तान की स्वास्थ्य प्रणाली पहले से ही कई समवर्ती स्वास्थ्य खतरों से जूझ रही है, जिसमें कोविड-19, हैजा, टाइफाइड, खसरा, लीशमैनियासिस और एचआईवी का प्रकोप शामिल है।
इस बीच, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बीमारी के प्रकोप के बारे में चेतावनी दी है। अगले चार से 12 सप्ताह में लगभग 50 लाख लोगों के बीमार होने का अनुमान है।
--आईएएनएस
एसकेके/एसकेपी
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