समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि 2022 का विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी अकेले ही लड़ेगी. अखिलेश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि "बड़ी पार्टियों से गठबंधन का अंजाम देख चुके हैं.अब एसपी 2022 का चुनाव अकेले लड़ेगी." अखिलेश ने छोटे दलों के साथ गठबंधन की गुंजाइश से मना नहीं किया है. बीएसपी से गठबंधन टूटने के बाद मायावती के आरोपों पर पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
2017 में कांग्रेस के साथ थी एसपी
बता दें कि एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2017 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ गठबंधन कर के लड़ा था. इसमें दो नौजवानों को एक साथ लाने की बात पर खूब शोर मचा था. एसपी सत्ता से बाहर हो गई. इस चुनाव के दौरान ही अखिलेश यादव के परिवार की रार सामने आई थी. समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सार्वजनिक तौर पर इन दोनों गठबंधनों को एसपी के लिए नुकसानदेह बताया था.
चुनाव नतीजों में एसपी को भारी नुकसान का सामनना करना पड़ा और पार्टी ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ दिया.
2019 लोकसभा चुनाव में बीएसपी के साथ थी एसपी
2019 लोकसबा चुनाव से पहले अखिलेश यादव ने दशकों पुरानी दुश्मनी भुलाकर बीएसपी से हाथ मिला लिया. एक ही मंच पर मुलायम सिंह यादव और मायावती एक दूसरे के लिए वोट मांगते नजर आए. लेकिन एक बार फिर समाजवादी पार्टी के हाथ निराशा ही लगी. चुनाव में पार्टी को एसपी को महज 5 और बीएसपी को 10 सीटें हासिल हुईं. अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव समेत यादव परिवार के तीन सदस्य भी चुनाव हार गए.
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