उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए एसपी ने तीसरी लिस्ट जारी कर दी है. 56 उम्मीदवारों के नाम हैं. एसपी के एमवाई समीकरण की बात करें तो लिस्ट में 9 मुस्लिम और 7 यादव उम्मीदवार हैं. 4 महिलाएं और 10 एससी एसटी उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. अखिलेश यादव ने अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ की विधानसभा सीटों पर पुराने चेहरों को ही उतारा है. जानते हैं लिस्ट की 5 बड़ी बातें.
अखिलेश यादव का सबसे ज्यादा फोकस ओबीसी वोटर पर
एसपी की तीसरी लिस्ट में सबसे ज्यादा ओबीसी उम्मीदवारों के नाम हैं. 9 मुस्लिम उम्मीदवारों को भी जगह दी गई है. वहीं 4 ठाकुर और 7 ब्राह्मण उम्मीदवार हैं. अखिलेश यादव ने तीसरी लिस्ट में कम ठाकुर उम्मीदवार शामिल किए हैं. प्राथमिकता ओबीसी उम्मीदवारों को दी है. ये वहीं ओबीसी वोटर है, जो साल 2014, 2017 और 2019 में उनके छिटक गया था और सिर्फ यादव वोटर ही रह गया.
अखिलेश के संसदीय क्षेत्र में पुराने चेहरों को मिला टिकट
आजमगढ़ से अखिलेश यादव सांसद हैं. मोदी लहर में पूर्वांचल की आजमगढ़ इकलौती सीट थी जहां से एसपी जीती. यहां की 10 विधानसभा सीटों पर पुराने चेहरों को ही टिकट दिया गया है. जैसे, आजमगढ़ सदर से दुर्गा प्रसाद यादव उम्मीदवार हैं, वे 8 बार से विधायक हैं. अतरौलिया से संग्राम सिंह यादव, गोपालपुर से नफीस अहमद, फूलपुर पवई से रमाकांत यादव, दीदारगंज से कमलाकान्त राजभर, लालगंज से बेचई सरोज को टिकट दिया गया है.
दुर्गा प्रसाद यादव ने साल 2017, 2012, 2007, 2002, 1996 में आजमगढ़ सदर से एसपी के टिकट पर जीत हासिल की. 1991 और 1989 में जनता दल के टिकट पर इसी सीट से विधायक बने. साल 1985 में निर्दलीय लड़े और जीत गए. यानी कुल 8 बार विधायक रह चुके हैं.
योगी आदित्यनाथ के विरोधी हरिशंकर तिवारी के बेटे को टिकट
हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय तिवारी को चिल्लूपार से टिकट दिया गया है. पिछले चुनावों में ब्राह्मण वोटर बीजेपी के साथ चला गया. लेकिन योगी आदित्यनाथ पर ब्राह्मणों का अपमान और ठाकुर की सरकार होने का आरोप लगा. ऐसे में एसपी में हरिशंकर तिवारी को पार्टी ज्वाइन कराई. पूर्वांचल में ब्राह्मण वोट में सेंध लगाने के लिए ही इन्हें लाया गया.
हरिशंकर तिवारी के जरिए योगी आदित्यनाथ को उन्हीं के गढ़ गोरखपुर में घेरने की कोशिश की जा सकती है. हरिशंकर तिवारी और योगी आदित्यनाथ के बीच छत्तीस का आंकड़ा माना जाता है. ऐसे में हरिशंकर तिवारी के बेटे को टिकट मिलने से बीजेपी को पूर्वांचल की कुछ सीटों पर घाटा हो सकता है.
बीजेपी से एसपी में आए दारा सिंह को घोसी से टिकट मिला
एसपी की तीसरी लिस्ट में दारा सिंह चौहान और लाल जी वर्मा का नाम है. ये दोनों ऐसे नेता हैं, जो हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हैं. कैबिनेट मंत्री रहे दारा सिंह बीजेपी छोड़कर आए. वहीं बीएसपी में मंत्री रहे लाल जी वर्मा को कटेहरी से टिकट मिला. अयोध्या की गोसाईगंज से बाहुबली माफिया अभय सिंह को टिकट मिला है.
जीत में कोई कसर न रह जाए, 85 साल के आलमबदी को टिकट
लिस्ट में एक चौंकाने वाला नाम आजमगढ़ से निजामाबाद सीट से आलमबदी का है. वे निजामाबाद से लगातार जीतने वाले उम्मीदवार हैं. 85 साल उम्र होने की वजह से कहा जा रहा था कि वे इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे. किसी दूसरे व्यक्ति को लड़ाएंगे. लेकिन एसपी ने उन्हें फिर से चुनाव में उतारा है. यानी अबकी बार सरकार बनाने में अखिलेश कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. आलमबदी साल 2017, 2012, 2002, और 1996 में एसपी के टिकट पर निजामाबाद से विधायक बने. एक बार साल 2007 में इस सीट से बीएसपी के टिकट पर अंगद यादव जीते थे.
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