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AAP पर बिफरीं अलका लांबा, कहा- पार्टी छोड़ने की कई वजह मौजूद

AAP ने कहा कि पार्टी छोड़ने के लिए वजह तलाश रही हैं अलका लांबा

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योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण और कपिल मिश्रा के बाद अब आम आदमी पार्टी की एक और बड़ी नेता पार्टी से अलग हो सकती हैं. दिल्ली की चांदनी चौक विधानसभा सीट से विधायक अलका लांबा की पार्टी नेतृत्व के साथ चल रही अंदरूनी कलह अब खुलकर सामने आ गई है. कुमार विश्वास की तरह की अलका लांबा का भी आरोप है कि उन्हें पार्टी में किनारे किया जा रहा है.

सोमवार को अलका लांबा ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल पर उन्हें ट्विटर पर अनफॉलो करने और पार्टी संबंधी सभी व्हाट्सऐप ग्रुप्स से हटाने का आरोप लगाया था. इसके अगले दिन पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि अलका लांबा खुद पार्टी से अलग होना चाहती हैं और वह बहाने तलाश रही हैं. इस पर अलका लांबा ने ट्विटर पर लिखा है कि पार्टी में कई ऐसी वजह हैं जिनके लिए उन्हें आम आदमी पार्टी से अलग हो जाना चाहिए, लेकिन वह जनप्रतिनिधि की तरह अपनी सेवाएं जारी रखना चाहती हैं.

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‘पार्टी छोड़ने के लिए कई कारण मौजूद’

आम आदमी पार्टी के गठन के वक्त से पार्टी से जुड़ीं अलका लांबा ने ट्विटर पर उनसे जुड़ी एक खबर को शेयर करते हुए लिखा है, ‘कारण खोजने की मुझे ही नहीं, बल्कि बहुत से दूसरे विधायकों को भी कोई जरूरत नहीं है. पहले से ही बहुत से ऐसे कारण मौजूद होने के बावजूद भी मेरी तरह दूसरे विधायक आज भी पार्टी से जुड़े हुए हैं. इसे ही विधायकों की कमजोरी समझा जा रहा है. जनप्रतिनिधि के तौर पर मैं जनता के लिए अपनी सेवाएं जारी रखूंगी.’

AAP ने कहा- पार्टी छोड़ने के लिए वजह तलाश रही हैं लांबा

आम आदमी पार्टी (AAP) ने मंगलवार को कहा कि पार्टी विधायक अलका लांबा पार्टी छोड़ना चाहती हैं और ऐसा करने के लिए वह वजह तलाश रही हैं. पार्टी की यह प्रतिक्रिया लांबा के उस दावे के बाद आई है, जिसमें लांबा ने सोमवार को कहा था कि AAP प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ट्विटर पर अनफॉलो कर दिया है.

उन्होंने AAP नेतृत्व से नाखुशी भी जाहिर की. अलका लांबा ने पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर रुख भी स्पष्ट करने को कहा था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए AAP प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पार्टी की उनको निकालने की कोई मंशा नहीं है.

“वह (लांबा) पार्टी छोड़ना चाहती हैं और ऐसा करने के लिए वजह तलाश रही हैं. पार्टी को उन्हें निकालने की कोई मंशा नहीं है. एक पार्टी के लिए लोगों को निलंबित करना बहुत सहज है. हमने निलंबन के बाद भी लोगों को वापस लिया है, जब उनमें बदलाव देखा है. आपको पार्टी में निश्चित अनुशासन और शिष्टाचार का पालन करना होता है.”
सौरभ भारद्वाज, प्रवक्ता, आम आदमी पार्टी

ट्विटर पर अनफॉलो करने के बारे में भारद्वाज ने कहा कि ये पूरी तरह से मुख्यमंत्री की पसंद है कि वह किसे फॉलो करना चाहते हैं.

लांबा ने दिसंबर में दावा किया था कि पार्टी ने उनसे इस्तीफा मांगा है. उन्होंने कहा कि उन्हें व्हाट्सऐप ग्रुप से भी हटा दिया गया है. हालांकि, पार्टी ने इससे इनकार किया है.

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