हरियाणा कांग्रेस में एक बार फिर से तकरार खुलकर बाहर आई है. हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बनाई 33 सदस्यीय कमेटी का कोई अस्तित्व नहीं है. बता दें, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने समर्थकों को जोड़कर भविष्य के फैसलों के लिए एक कमेटी बनाई थी.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर के बीच हमेशा से ही अनबन रही है. बीते कई चुनावों में ये अनबन खुलकर बाहर भी आई है. तंवर ने हुड्डा की कमेटी को लेकर कहा-
‘‘ये कमेटी बनाने की कोई जरूरत नहीं थी. इसकी कोई वैधता नहीं है. ऐसी कमेटी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के स्तर पर बनाई जाती है और पार्टी ही बनाती है.’’
मंगलवार को ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने समर्थकों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में पार्टी के वो नेता शामिल हुए थे जो हुड्डा के वफादार माने जाते हैं. बता दें, 33 सदस्यों वाली कमेटी में 13 विधायक और बाकी के हुड्डा समर्थक शामिल हैं. कमेटी के सदस्यों ने कहा है कि ये अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निर्भर करता है कि वो पार्टी में रहना चाहते हैं या कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बनाना चाहते हैं. अगर हुड्डा अपनी अलग पार्टी बनाते हैं तब भी ये समर्थक उनका ही साथ देंगे.
हुड्डा जाहिर कर चुके हैं पार्टी हाई कमान से नाराजगी
18 अगस्त को भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक में महापरिवर्तन रैली का आयोजन कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया था. इस रैली में हुड्डा के साथ मंच पर कांग्रेस के 13 जीते हुए विधायक और दर्जनों पूर्व विधायक और मंत्री नजर आए थे. इस रैली में हुड्डा टॉप लीडरशिप से खिलाफत करते हुए भी नजर आए थे. हुड्डा ने इस रैली में लोगों से कई वादे कर दिए कि जब वो मुख्यमंत्री बनेंगे तब क्या क्या करेंगे. इस रैली में हुड्डा ये तक कह गए थे कि कांग्रेस पहले की तरह नहीं रही.
‘‘सरकार कुछ अच्छा करेगी तो मैं उसका समर्थन करूंगा. मेरे कई साथियों ने सरकार के धारा 370 हटाने के फैसले का विरोध किया. वो सब भटक गए हैं. ये पहले वाली कांग्रेस नहीं रही.’’
2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हरियाणा की सभी 10 सीटों पर करारी हार का सामना करना पड़ा था. फिर भी कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी लड़ाई जारी है. पार्टी के कई नेता तंवर का इस्तीफा चाहते हैं और पदों को लेकर भी लड़ाई जारी है. हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं.
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