बिहार में उपचुनाव की घोषणा होते ही सत्ताधारी जेडीयू और प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. नीतीश की विकास यात्रा पर सवाल उठाने वाले आरजेडी नेता तेजस्वी की न्याय यात्रा पर अब जेडीयू सवाल कर रही है. वहीं उपचुनाव में पार्टी की तरफ से कांग्रेस के लिए सीट छोड़ने पर भी सवाल उठा रही है.
‘विरासत संभालने के लिए दांवपेंच सीख रहे तेजस्वी’
जेडीयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार नीरज ने कहा, “आरजेडी के प्रमुख लालू प्रसाद की भ्रष्टाचार की विरासत संभालने के लिए उनके पुत्र तेजस्वी 'दांवपेंच' सीख रहे हैं, यही कारण है कि कांग्रेस की घुड़की के सामने पूरा आरजेडी दंडवत हो रहा है. इसी घुड़की के कारण आरजेडी को उपचुनाव में कांग्रेस के लिए भभुआ सीट भी छोड़नी पड़ी.”
इससे पहले आरजेडी ने बिहार की तीनों सीटों अररिया लोकसभा सीट और भभुआ, जहानाबाद विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की घेषणा की थी, जहां 11 मार्च को उपचुनाव होने वाले हैं.
‘गुंडा सर्विस टैक्स वसूलने के लिए आरजेडी मशहूर’
नीरज कुमार ने कहा, “जीएसटी (गुंडा सर्विस टैक्स) वसूलने के लिए आरजेडी की विरासत संभाल रहे तेजस्वी, अपनी फर्जी न्याय यात्रा के तहत सोमवार को मधुबनी में हैं. यहां की शांतिप्रिय जनता आज भी 1991 से 2005 तक के उस बिहार को नहीं भूल पा रही है, जब यहां 5,243 लोगों का फिरौती के लिए अपहरण किया गया था.”
उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया, “नीतीश कुमार की सरकार राज्य में बेहतरीन विकास काम कर रही है. जिस मधुबनी जिले में तेजस्वी न्याय यात्रा कर रहे हैं, वहां अब तक 1,834 लाख रुपये खर्च कर हमारी सरकार 177 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करवा चुकी है, आरजेडी के शासनकाल में यह उपलब्धि शून्य थी. आज मधुबनी जिले के 97 मदरसों में 20,765 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.”
(इनपुटः IANS से)
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