JDU के अध्यक्ष नीतीश कुमार और उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के बीच नाराजगी साफ तौर पर देखी जा सकती है. अब नीतीश कुमार ने साफ-साफ कह दिया है कि अगर प्रशांत किशोर पार्टी छोड़कर जाना चाहते हैं, तो जा सकते हैं. इसपर जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “नीतीश जी, आपको मेरे जवाब के लिए इंतजार करना चाहिए. मैं बिहार आकर आपको जवाब दूंगा.”
नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर की ओर इशारा करते हुए कहा, "अगर कोई ट्वीट कर रहा है, तो करने दो. मुझे इससे क्या मतलब? अगर वो जाना चाहते हैं, तो जाएं. क्या आपको मालूम है कि उन्होंने पार्टी कैसे ज्वाइन की? अमित शाह ने मुझसे उन्हें पार्टी में शामिल करने के लिए कहा था."
बता दें, पिछले करीब एक महीने में प्रशांत किशोर अपने ट्वीटर हैंडल से जिस तरह नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में मोर्चा खोल रखा है. साथ ही बीजेपी नेताओं पर भी लगातार निशाना साध रहे हैं.
ये भी बता दें कि दिल्ली में बीजेपी और जेडीयू साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरी हैं, जबकि पीके आम आदमी पार्टी (आप) के रणनीतिकार की भूमिका निभा रहे हैं.
JDU में अकेले पड़े प्रशांत किशोर
नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को पटना में जेडीयू की एक अहम बैठक हुई. लेकिन उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और पूर्व राज्यसभा सांसद पवन कुमार वर्मा इस बैठक में शामिल नहीं हुए. इस मुद्दे पर जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा, "प्रशांत किशोर और पवन कुमार वर्मा 'कोरोना' वायरस हैं, जिन्हें आइसोलेशन में रख दिया गया है."
आलोक ने कहा, "प्रशांत किशोर और पवन वर्मा पार्टी के किसी पद पर नहीं हैं. दोनों शायद अब जेडीयू के सदस्य भी नहीं हैं. जेडीयू को कॉर्पोरेट दलालों की कोई जरूरत नहीं है."
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