केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Ashwini Kumar Choubey) को गुरुवार दोपहर बिहार के बक्सर में प्रदर्शन स्थल से भागना पड़ा, जब किसानों ने उनके काफिले पर पथराव कर दिया।
सोशल मीडिया पर अपलोड वीडियो के अनुसार, चौबे को विरोध स्थल पर पहुंचने के बाद, आंदोलनकारी किसानों के कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा, जिन्होंने उन पर और उनके काफिले पर पथराव किया। हालात यहां तक पहुंच गए कि चौबे को खुद को बचाने के लिए जल्दबाजी में वहां से जाना पड़ा। पुलिस ने उन्हें बचाया और उनकी कार तक पहुंचाया।
थर्मल पावर कंपनी द्वारा चौसा प्रखंड के बनारपुर गांव में उनकी जमीनों का अधिग्रहण किए जाने के बाद नए सर्किल रेट के अनुसार मुआवजे की मांग को लेकर किसान पिछले 86 दिनों से विरोध कर रहे हैं। मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात बक्सर पुलिस द्वारा कथित रूप से उन पर लाठीचार्ज किए जाने के बाद वह हिंसक हो गए।
चौबे स्थानीय सांसद होने के बावजूद बनारपुर गांव नहीं गए, किसान पिछले 86 दिनों से थर्मल पावर कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। रात में पुलिस की कार्रवाई के बाद, जहां कथित रूप से महिलाओं और बच्चों को भी निशाना बनाया गया, किसानों ने बुधवार सुबह आधा दर्जन पुलिस वैन सहित 20 से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया। गांव में फिलहाल स्थिति काफी तनावपूर्ण है।
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