पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुलाकात में अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस के नए प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू की उनकी सरकार की आलोचना "सुचारू कामकाज के लिए अच्छा नहीं है." सोनिया गांधी ने कथित तौर पर जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री और सिद्धू को एक साथ काम करना चाहिए.
बैठक के बाद जहां ये बात सामने आई है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अभी भी सिद्धू से नाराज चल रहे हैं, तो वहीं बैठक के बाद, पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज हरीश रावत ने कहा कि कैप्टन ने सिद्धू से नाराजगी की बात नहीं की है.
"मेरा मानना है कि कांग्रेस प्रमुख ने सलाह दी है कि राज्य सरकार और संगठन को एक साथ चलना होगा और उन दोनों (कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू) को अपनी-अपनी सीमा के भीतर काम करना होगा, लेकिन एक-दूसरे का सहयोग करके."हरीश रावत, पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज
अमरिंदर सरकार पर सिद्धू का हमला जारी
9 अगस्त को नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अमरिंदर सरकार के प्रति आक्रामक मोड में थे. सिद्धू ने ट्वीट कर अपनी ही सरकार को घेरते हुए ट्वीट कर शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया और अन्यों के खिलाफ कार्रवाई न करने के मामले में अमरिंदर सरकार पर निशाना साधा.
नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा, "ड्रग ट्रेड के दोषियों को सजा देना कांग्रेस के 18-पॉइंट एजेंडा में प्राथमिकता पर है. मजीठिया पर क्या कार्रवाई हुई? अगर और देर होती है तो हम पंजाब विधानसभा में रिपोर्ट्स सार्वजानिक करने का प्रस्ताव लाएंगे."
अमरिंदर के विरोध के बावजूद सिद्धू बने थे चीफ
सिद्धू और अमरिंदर के बीच काफी समय से तनातनी चल रही है, जो जुलाई महीने में सार्वजानिक हो गई थी. कांग्रेस आलाकमान ने मामला शांत कराने के लिए पंजाब एक टीम भेजी थी. अमरिंदर ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.
हालांकि, कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी कलह को खत्म करने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त करने का फैसला किया. अमरिंदर सिंह ने इस फैसले का विरोध किया था. उन्होंने सिद्धू से सार्वजानिक माफी की मांग भी की थी. लेकिन बाद में अमरिंदर का रुख नरम पड़ गया था.
23 जुलाई को सिद्धू पंजाब कांग्रेस चीफ बन गए थे. उससे एक दिन पहले अमरिंदर और सिद्धू की मुलाकात भी हुई थी. हालांकि, ऐसा लगता है अभी भी दोनों के बीच का तनाव जस का तस है.
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