यूपी (UP) में 25 अक्टूबर को पीएम ने 9 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया. ये कॉलेज सिद्धार्थनगर, देवरिया, एटा, हरदोई, गाजीपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर और जौनपुर में खोले जाएंगे. हालांकि पीएम के द्वारा उद्घाटन के बाद फतेहपुर मेडिकल कॉलेज की निर्माणाधीन बिल्डिंग की तस्वीर ने सबका ध्यान खींचा. अब सवाल उठ रहा है कि अगर काम पूरा ही नहीं हुआ था तो मेडिकल कॉलेज का आनन-फानन में क्यों उद्घाटन कराया गया?
विधानसभा चुनाव की वजह से जल्दबाजी?
फतेहपुर के मेडिकल कॉलेज का निर्माण लगभग 20 एकड़ में किया गया है. इसका नाम अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह चिकित्सा महाविद्यालय रखा गया है. बताया जा रहा है कि कॉलेज का कम से कम 25 फीसदी काम आधा-अधूरा है.
कॉलेज का बाहरी और अंदरूनी हिस्से में फिनिशिंग, पेंटिंग समेत कई अन्य काम बाकी हैं, लेकिन फिर भी कॉलेज का उद्घाटन राज्य सरकार ने पीएम से करा दिया. माना जा रहा है कि कुछ महीनों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की वजह से राज्य सरकार ने ऐसा जल्दबाजी दिखाई है.
उद्घाटन कार्यक्रम में योगी सरकार के मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री भी पहुंचे थे. अग्निहोत्री जिले के प्रभारी मंत्रा भी हैं, कॉलेज बिल्डिंग के आधे-अधूरे काम पर उन्होंने कहा कि अधूरा काम तो चलता रहेगा, यह आगे पूरा हो जाएगा.
विपक्ष ने उद्घाटन पर उठाए सवाल
उद्घाटन के बाद इस निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की तस्वीरें सामने आईं, इसे लेकर विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी खेल खेलने में कितने माहिर हैं, इसका नमूना देखिए, फतेहपुर का निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज भी जनता को समर्पित कर दिया. जनता सब जानती है, 2022 में भाजपा को ऐसी धूल चटाएगी, कि दोबारा सरकार बनाने का सपना भी नहीं आएगा.जूही सिंह, समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता
कांग्रेस नेता डॉ. प्रमोद पांडे ने मेडिकल कॉलेज की तस्वीर पोस्ट करते हिए ट्विटर पर लिखा, ''यह है फतेहपुर की निर्माणाधीन इमारत, जिसे बतौर मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश को समर्पित किया नरेंद्र मोदीजी ने. क्या गज़ब तमाशा, भाजपाई झंडे के रंगों में लटके कपड़ों से किसी का इलाज या पढ़ाई मुमकिन?''
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