ADVERTISEMENTREMOVE AD

पूर्व CJI गोगोई के नामांकन पर गहलोत, यशंवत सिन्हा का सरकार पर हमला

जस्टिस गोगोई 2019 में रिटायर हुए थे

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

पूर्व CJI रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए नामांकित किए जाने पर लगातार कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कदम को न्यायपालिका को कमजोर करने वाला बताया तो पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने इसे शर्मनाक बताया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार 16 मार्च को जस्टिस गोगोई को राज्यसभा के लिए खाली हो रही 55 सीटों में से एक के लिए नामांकित किया. इसके बाद से ही लगातार जस्टिस गोगोई और केंद्र सरकार पर विपक्षी दल हमलावर हुए पड़े हैं.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस फैसले पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि इससे न्यायिक प्रणाली में जनता का विश्वास कमजोर होगा और उनके द्वारा दिए गए फैसलों की निष्पक्षता पर संदेह पैदा करेगा.

गहलोत ने ट्वीट किया और कहा,

‘‘NDA सरकार द्वारा न्यायमूर्ति गोगोई को उनकी सेवानिवृत्ति के बाद राज्यसभा सदस्य के रूप में मनोनीत किया जाना आश्चर्यजनक है. सरकार हर संस्था की स्वतंत्रता को नष्ट करने पर आमादा है. जैसा कि जस्टिस (रि.) मदन बी. लोकुर ने कहा है यह न्यायपालिका की स्वतंत्रता, निष्पक्षता और अखंडता को फिर से परिभाषित करता है. यह न्यायिक प्रणाली में लोगों के विश्वास को खत्म कर देगा और उनके द्वारा दिए गए निर्णयों की निष्पक्षता पर संदेह पैदा करेगा.’’

वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे यशवंत सिन्हा भी इससे नाखुश नजर आए. सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि ये शर्मनाक है.

“राज्यसभा के लिए नामांकन स्वीकार कर रंजन गोगोई ने भारत में न्यायपालिका की स्वंतत्रता के ताबूत में आखिरी कील भी ठोक दी है. शर्मनाक है. मोदी है तो संभव है.”
यशवंत सिन्हा, वरिष्ठ बीजेपी नेता
0

स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने भी पूर्व जस्टिस मदन बी लोकुर के बयान के हवाला देते हुए कहा कि जस्टिस गोगोई ने सरकार के साथ डील की है.

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया कि सरकार की मदद करने का ईनाम आखिर जस्टिस गोगोई को मिल ही गया. ट्वीट कर भूषण ने लिखा,

“सरकार की मदद से खुद पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली कर्मचारी को धमकाने के बाद और अयोध्या और राफेल केस सरकार को सौंपने के बाद गोगोई को राज्यसभा सीट का ईनाम मिला है.”
ADVERTISEMENTREMOVE AD

राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने के बाद मंगलवार को जस्टिस गोगोई ने कहा कि वो सदस्य के तौर पर शपथ लेने के बाद मीडिया से बात कर अपने फैसले के बारे में विस्तार से बताएंगे.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें