नोटबंदी के दौरान बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई वाले को-ऑपरेटिव बैंक में कथित तौर पर 745 करोड़ रुपये जमा होने की खबरें आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन पर करारा वार किया है. राहुल ने ट्वीट कर कहा है कि नोटबंदी के दौरान पांच दिन में 750 करोड़ रुपये के नोट बदलने के लिए अमित शाह बधाई के पात्र हैं. अमित शाह के बैंक की ओर से नोटबंदी के दौरान नोट बदलने की दौड़ में पहला स्थान हासिल किया है. बीजेपी अध्यक्ष इस उपलब्धि के लिए बधाई के पात्र हैं.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राहुल समेत तमाम लोगों ने कहा था नोटबंदी इस देश का सबसे बड़ा घोटाला है. अब इसके सबूत सामने आ रहे हैं.
‘अहमदाबाद जिला को-ऑपरेटिव बैंक में पांच दिन में जमा हुए 745 करोड़’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कर कहा है कि नोटबंदी के दौरान पांच दिन में 750 करोड़ रुपये के नोट बदलने के लिए अमित शाह बधाई के पात्र हैं. अमित शाह के बैंक ने नोटबंदी के दौरान नोट बदलने की दौड़ में पहला स्थान हासिल किया है. बीजेपी अध्यक्ष इस उपलब्धि के लिए बधाई के पात्र हैं.
सुरजेवाला ने कहा कि अमित शाह घबराए हुए हैं. वह पोल खुलने के डर से मीडिया पर एजेंडा बदलने का दबाव डाल रहे हैं. नोटबंदी के दौरान अहमदाबाद जिला को-ऑपरेटिव बैंक ने नोट बदलने को धंधे में तब्दील कर दिया गया था.
आरटीआई एक्टिविस्ट ने जुटाई जानकारी
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक एक आरटीआई एक्टिविस्ट के आवेदन से खुलासा हुआ है कि नोटबंदी के दौरान उस को-ऑपरेटिव बैंक में सबसे ज्यादा 500 और 1000 के रुपये जमा हुए, जिसके अध्यक्ष बीजेपी चीफ अमित शाह थे.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक के डायरेक्टर थे और वहां नोटबंदी के ऐलान के पांच दिन बाद ही 745.59 करोड़ रुपये के 500 और 1000 के नोट जमा हो गए. पांच दिन बाद ही यानी 14 नवंबर, 2016 से सभी को-ऑपरेटिव बैंकों पर 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट जमा कर पर प्रतिबंध लगा दिया गया. अमित शाह कई साल तक इस बैंक के डायरेक्टर रहे थे. वह 2000 में इसके चेयरमैन भी थे.
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