बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह को रातभर के लिए न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया गया है. अनंत सिंह ने दिल्ली के साकेत कोर्ट में शुक्रवार, 23 अगस्त को सरेंडर किया. बिहार पुलिस इस मामले में आगे की प्रक्रिया को 24 अगस्त को पूरा करेगी.
अवैध हथियार रखने के मामले को लेकर पुलिस पिछले कई दिनों से उनकी तलाश में थी, जिसके बाद विधायक खुद तो सामने नहीं आ रहे थे, लेकिन बार-बार वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस के साथ उनका यह लुका-छिपी का खेल चलता रहा और अब उन्होंने खुद कोर्ट में जाकर सरेंडर किया है.
बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने कुछ ही घंटे पहले अपना तीसरा वीडियो जारी कर सरेंडर की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा था कि वो पुलिस के सामने नहीं बल्कि कोर्ट में अपना सरेंडर करेंगे. हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है. उन्होंने घर में हथियार मिलने को साजिश करार दिया है.
पटना पुलिस पर लगाए आरोप
विधायक ने अपने तीसरे वीडियों में हथियार बरामद होने को लेकर पटना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, ‘राज्य की सत्ताधारी जेडीयू के सांसद ललन सिंह, मंत्री नीरज कुमार और अपर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने मेरे खिलाफ साजिश रचकर एक रिश्तेदार के माध्यम से घर मे हथियार रखवाए थे.' बता दें कि अनंत सिंह के खिलाफ अवैध तौर पर आधुनिक हथियार रखने को लेकर आतंकवाद विरोधी कानून 'गैरकानूनी गतिविधियां (निरोधक) अधिनियम' UAPA के तहत केस दर्ज किया गया है.
अनंत सिंह के घर से पुलिस छापेमारी में एके-47 और दो ग्रेनेड बरामद होने के बाद बिहार की सियासत भी गरम हुई. आरजेडी के सीनियर नेता शिवानंद तिवारी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी और जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव खुलकर आरोपी विधायक के समर्थन में आए.
क्या है पूरा मामला?
विधायक अनंत सिंह के घर से एक एके-47 राइफल और ग्रेनेड बरामद हुआ था. जिसके बाद पटना पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पहुंची, लेकिन वो कहीं नहीं मिले. गिरफ्तारी से बचने के लिए वो करीब एक हफ्ते से फरार चल रहे थे. फरार होने के बाद उन्हें पुलिस सिर्फ वीडियो पर ही देख पा रही थी. अनंत सिंह ने इस दौरान 19 अगस्त को एक वीडियो जारी कर कहा था कि वह गिरफ्तारी से नहीं घबराते हैं, 2 से 3 दिनों बाद कोर्ट में सरेंडर करेंगे.
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