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जयपुर ग्रेटर नगर निगम मेयर चुनाव में भी रिजॉर्ट पॉलिटिक्स - होटलों में पार्षद

राज्य सरकार ने सितंबर 2022 में ग्रेटर नगर निगम के पद सौम्या को बर्खास्त कर दिया था,

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राजस्थान (Rajasthan) के सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाले ग्रेटर नगर निगम जयपुर महापौर पद पर काबिज होने के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने पार्षदों की लग्जरी होटलों में बाड़ेबंदी कर रखी है. 150 पार्षदों वाले इस निगम के मेयर का यह पद पहले बीजेपी के कब्जे में था. बीजेपी पार्षद सौम्या गुर्जर इस पद पर 2020 में चुनी गई थी. लेकिन सौम्या गुर्जर पर तत्कालीन निगम आयुक्त यज्ञमित्र देव के साथ मारपीट करने का आरोप था.

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राज्य सरकार ने सितंबर 2022 में ग्रेटर नगर निगम के पद सौम्या को बर्खास्त कर दिया था, इसके बाद से एक बार फिर से इस निगम के लिए मेयर पद की दौड़ शुरू हो गई है. हालांकि संख्या बल के लिहाज से बीजेपी यहां बहुत आगे है. लेकिन इसके बावजूद भी कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी उतार कर मामले को रोचक मोड़ पर ला दिया है.
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कांग्रेस को फायदा? बीजेपी की गुटबाजी और फूट का फायदा उठाकर कांग्रेस इस सीट को जीत कर अपनी सरकार के पक्ष में मैसेज देना चाहती है.

कौन है उम्मीदवार? ओबीसी महिला के लिए आरक्षित इस पद के लिए बीजेपी ने रश्मि सैनी को अपना प्रत्याशी बनाया है, वहीं कांग्रेस की तरफ से हेमा सिंघानियों को उतारा गया. पद के लिए 10 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, लेकिन पांच दिन पहले से ही दोनों पार्टियों ने अपने पार्षदों को लग्जरी रिजॉर्ट में बंद कर रखा है.

कांग्रेस की तरफ से चुनाव की रणनीति संभाल रहे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास जयपुर ग्रेटर नगर निगम में कांग्रेस के पास बहुमत नहीं होने के सवाल पर कहते हैं कि बीजेपी पार्षदों में फूट है. बोर्ड के कामकाज को लेकर भी पार्षदों में नाराजगी है. इसलिए कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी उतारा है. खाचरियावास ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बीजेपी खेमे के पार्षद भी कांग्रेस प्रत्याशी का साथ देंगे.
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किसके पास कितने पार्षद? इधर बीजेपी खेमे से महापौर चुनाव को संभाल रहे विधायक और पार्टी प्रवक्ता रामलाल शर्मा कहते है कि पार्टी के पास बहुमत के आंकड़े से भी ज्यादा पार्षद हैं, कांग्रेस के जोड़-तोड़ के मंसूबे कायमयाब नहीं होंगे. शर्मा का दावा है कि उनके प्रत्याशी को 100 से ज्यादा वोट मिलेंगे. साल 2020 में हुए ग्रेटर नगर निगम के 150 वार्डों के चुनावों में 88 वार्ड में बीजेपी, 49 में कांग्रेस और 13 निर्दलीय जीते थे. आयुक्त से विवाद मामले में तीन बीजेपी, एक निर्दलीय पार्षद निलंबित हो चुके हैं. इसलिए अब बीजेपी के 85, कांग्रेस के 49 और निर्दलीय 12 पार्षद रहे हैं.

जयपुर ग्रेटर की दलीय स्थिति

बीजेपी - 85

कांग्रेस - 49

निर्दलीय- 12

(इनपुट- पंकज सोनी)

राज्य सरकार ने सितंबर 2022 में ग्रेटर नगर निगम के पद सौम्या को बर्खास्त कर दिया था,

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