हिमाचल में बीजेपी की जीत के बाद नए मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस लगभग खत्म हो चुका है. खबरों के मुताबिक, सिराज के विधायक जयराम ठाकुर के नाम पर शुक्रवार को मुहर लग सकती है.
सीएम चेहरे के तौर पर चुनाव में उतरे प्रेम कुमार धूमल के हारने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए जयराम के नाम पर सहमति लगभग बन चुकी है. बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण और नरेंद्र सिंह तोमर नव निर्वाचित विधायकों से सलाह-मशविरा के लिए शिमला पहुंच चुके हैं. हालांकि यह औपचारिकता भर है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक हिमाचल में सीएम पद के लिए पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंंत्री जे पी नड्डा का नाम भी चल रहा था लेकिन अब लगभग तय हो गया है कि सेराज सीट से जीते जयराम ठाकुर नए सीएम हो सकते हैं. पांच बार विधायक रह चुके 52 साल के ठाकुर के नाम पर पिछले दो दिनों में पार्टी नेताओं के बीच हुई मीटिंग में मुहर लगी है. शुक्रवार को जयराम ठाकुर को सीएम बनाने का औपचारिक ऐलान हो सकता है.
धूमल के समर्थक भी जोर लगा रहे हैं
इस बीच, धमूल को मुख्यमंत्री बनाने की कोशिशें भी गति पकड़ रही हैं, दरअसल, बीजेपी के तीन विधायकों ने उनके लिए अपनी सीट खाली करने की पेशकश की है. वहीं, पार्टी के कद्दावर नेता और कांगड़ा से लोकसभा सदस्य सहित कई अन्य नेताओं ने इस कदम का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है और पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कई नेता सक्षम हैं. इसके अलावा एक हारे हुए नेता के चयन से गलत संकेत जाएगा.
नड्डा का पत्ता कटा ?
पहले यह माना जा रहा था सीएम पद की रेस में नड्डा ठाकुर को पीछे छोड़ देंगे लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक जीते हुए विधायक में से सीएम चुनना चाहती थी. पार्टी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने अपने दिल्ली दौरे में केंद्रीय नेताओं के सामने यह पहलू रखा था. हाल में लगभग एक दर्जन विधायक और जयराम ठाकुर धूमल के गांव पहुंच कर उनसे एक घंटे तक बातचीत की थी. पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी चुनाव हार चुके धूमल को सीएम बना कर यह संदेश नहीं देना चाहती थी कि नए सीएम को उप चुनाव लड़ाया जाएगा.
कौन हैं जयराम ठाकुर?
52 साल के जयराम ठाकुर ने सिराज विधानसभा चुनाव से जीता है. ठाकुर पूर्व बीजेपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं. 2014 में कांग्रेस के सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के हाथों हार को छोड़ दिया जाए तो वह पांच बार चुनाव जीत चुके हैं. ठाकुर को बीजेपी का सौम्य चेहरा माना जाता है. ठाकुर के संघ से काफी अच्छे संबंध हैं. वह जम्मू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में काम कर चुके हैं.
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