कर्नाटक में सियासी संकट जारी है. कुमारस्वामी के अगुवाई वाली जेडीएस-कांग्रेस सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. उधर, बीजेपी राज्य में तख्तापलट की तैयारियों में जुटी हुई है. लेकिन शुक्रवार को कुछ ऐसा हुआ जिसने बीजेपी को डरा दिया. दरअसल, मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत की तरफ बढ़ने की बात कहकर सबको चौंका दिया.
इसके बाद बीजेपी को भी अपने विधायकों के टूटने का डर सता रहा है. इसीलिए बीजेपी ने भी शुक्रवार को अपने सभी विधायकों को विधानसभा से सीधे रमाडा रिजॉर्ट पहुंचा दिया.
बीजेपी विधायकों को रिजॉर्ट में भेजे जाने पर कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने निशाना साधा. उन्होंने कहा-
‘बीजेपी अपने विधायकों को रिजॉर्ट में क्यों रख रही है? क्योंकि उन्हें डर है कि उनके विधायक पाला बदलकर हमारी तरफ आ सकते हैं. उनकी पार्टी में ऐसे विधायक हैं जो उन्हें छोड़ना चाहते हैं. जो हमें छोड़ना चाहते हैं, वे पहले ही पार्टी से जा चुके हैं.’
कर्नाटक में ‘रिजॉर्ट पॉलिटिक्स’
विश्वास मत से पहले कांग्रेस-जेडीएस और बीजेपी अपने-अपने विधायकों को बचाने में जुटे हैं. इसके साथ ही राज्य में एक बार फिर 'रिजॉर्ट पॉलिटिक्स' की वापसी हो गई है. इस सियासी संकट की वजह से कर्नाटक के कुल 224 विधायकों में से ज्यादातर इस शनिवार-रविवार को रिजॉर्ट में रहेंगे.
कुमारस्वामी विश्वास मत के लिए तैयार
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि वह विश्वास मत हासिल करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि उनकी जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन सरकार के पास सदन में पर्याप्त बहुमत है.
कुमारस्वामी ने कहा कि अगर बीजेपी चाहती है तो वह अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए भी तैयार हैं. मुख्यमंत्री ने कन्नड़ भाषा में विधानसभा अध्यक्ष से कहा-
“मैं विश्वास मत या अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तारीख और समय को निर्धारित करना आप पर छोड़ता हूं.”
कुमारस्वामी ने विधानसभा में कहा कि वह किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.
कुमारस्वामी के बयान ने बढ़ाई बीजेपी की बेचैनी
कुमारस्वामी के इस बयान ने बीजेपी को चौंका दिया. विधायकों के टूटने के डर से बीजेपी ने फ्लोर टेस्ट से पहले अपने पहली बार बने विधायकों और 'संदिग्ध' विधायकों को रिजॉर्ट में ले जाने का फैसला किया.
‘सभी बीजेपी विधायकों का मानना था कि इस मौके पर सभी विधायकों को साथ रहना चाहिए और सोमवार को साथ विधानसभा पहुंचना चाहिए. मैंने कहा ठीक है.’कर्नाटक बीजेपी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा
कर्नाटक बीजेपी के चीफ येदियुरप्पा भले ही कोई भी तर्क दें, लेकिन सच तो यही है कि कुमारस्वामी के बयान के बाद अब बीजेपी को भी अपने विधायकों के टूटने का डर सता रहा है.
सूत्रों की मानें तो बीजेपी के 105 विधायकों में से 80 को रिजॉर्ट में रखा गया है, ताकि उन्हें कांग्रेस या जेडीएस की तरफ से की जाने वाली किसी भी टूट से बचाया जा सके.
बीजेपी और जेडीयू-कांग्रेस तीनों ही पार्टियों ने अपने विधायकों को बेंगलुरु के बाहरी इलाकों में बने रिजॉर्ट में रखा है. तीनों दलों के विधायक शनिवार और रविवार को इन्हीं रिजॉर्ट में रहेंगे.
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