कर्नाटक में सियासी संकट जारी है. 19 जुलाई को कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर ने सत्र की कार्यवाही 22 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी. अब फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग सोमवार को ही संभव है.
कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के सामने बहुमत साबित करने की चुनौती है. फ्लोर टेस्ट में अगर कुमारस्वामी सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाती है तो सरकार गिरना तय है. वहीं बीजेपी अपने सभी विधायकों के साथ विधानसभा में मौजूद है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह तय हो चुका है कि बागी विधायक फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेने के लिए बाध्य नहीं हैं.
सिद्धारमैया ने बुलाई विधायक दल की बैठक
22 जुलाई को फ्लोर टेस्ट से पहले 21 जुलाई को सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के ताज होटल में कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक बुलाई है. बता दें, एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कर्नाटक की गठबंधन सरकार को लेकर 22 जुलाई को फैसला होना है. इसी के तहत कांग्रेस और जेडीएस रणनीति बनाने में लगे हुए हैं.
कर्नाटक के राज्यपाल पर लगा शक्तियों के गलत इस्तेमाल का आरोप
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला पर राज्य के वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रमों में अपनी शक्तियों और अधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. नारायणसामी ने कहा कि राज्यपाल बिना किसी औचित्य के कर्नाटक के मुख्यमंत्री के अधिकारों और शक्तियों में दखल दे रहे हैं. इसके अलावा नारायणसामी ने बीजेपी पर राज्य में कथित तौर पर अशांति फैलाने का आरोप लगाते हुए पार्टी की आलोचना की.
22 जुलाई कुमारस्वामी सरकार का आखिरी दिन: येदियुरप्पा
येदियुरप्पा बोले, ‘‘कुमारस्वामी सरकार के लिए सोमवार आखिरी दिन होगा, न तो उनके पास संख्या है और न ही वो दूसरों को सरकार बनाने दे रहे हैं. हमारे पास 106 विधायक हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि जो विधायक मुंबई में हैं उनको विधानसभा सत्र में जाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता.’’
कर्नाटक विधानसभा 22 जुलाई तक के लिए स्थगित
कर्नाटक विधानसभा का सत्र 22 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. अब फ्लोर टेस्ट सोमवार 22 जुलाई को हो सकता है.