महाराष्ट्र (Maharashtra) के ट्रांसपोर्ट मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब ने औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने को लेकर सदन में प्रस्ताव लेकर आने वाले हैं. उन्होंने मंगलवार, 28 जून को कैबिनेट की बैठक के बाद कहा कि आज की कैबिनेट में मैंने औरंगाबाद शहर का नाम संभाजीनगर करने का मुद्दा उठाया है. इस प्रस्ताव पर बुधवार को होने वाली अगली कैबिनेट मीटिंग में चर्चा की जाएगी. इस पर एआईएमआईएम (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) के सांसद इम्तियाज जलील हमलावर नजर आ रहे हैं.
AIMIM सांसद ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे औरंगाबाद आए थे और यहां पर सभा में उन्होंने कहा था कि पहले औरंगाबाद में डेवलपमेंट किया जाएगा फिर उसके बाद नामकरण किया जाएगा.
शहर में लोगों को पानी, रास्ते और अन्य समस्या है. इन्हें अपनी सत्ता जाती हुई नजर आ रही है इसीलिए यह लोग महापुरुषों के नाम को लेकर बचना चाहते हैं. अगर शहर का नाम बदलते हैं तो क्या शहर में विकास हो जाएगा?इम्तियाज जलील, AIMIM सांसद, औरंगाबाद
उन्होंने आगे कहा कि राज्य में शिवसेना संभाजीनगर नाम कर लेंगे तो क्या केंद्र में बीजेपी औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करेंगी. संभाजीनगर के नाम को लेकर शिवसेना और बीजेपी राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं.
कांग्रेस और एनसीपी को लेकर सांसद इम्तियाज अली ने कहा कि
औरंगाबाद के नामकरण को लेकर इन दोनों ही पार्टियों का क्या स्टैंड रहेगा, यह पता नहीं है लेकिन ये दोनों ही पार्टियां महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार में शामिल हैं.
बता दें कि नाम बदलने का ये मुद्दा शिवसेना की ओर से ऐसे वक्त में उठाया गया है, जब पार्टी राजनीतिक संकट का सामना कर रही है. एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शिवसेना के कई विधायक पार्टी से बगावत कर चुके हैं.
राज्यपाल ने बहुमत साबित करने का आदेश दिया है, इसके खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी है. आज यानी 29 जून शाम 5 बजे सुप्रीम कोर्ट में मामले पर सुनवाई होगी.
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