महाराष्ट्र की राजनीति में 23 नवंबर की सुबह हुए बड़े उलटफेर के बाद सियासी घमासान थम नहीं रहा है. इस बीच 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में संख्याबल को लेकर दो पक्षों से पार्टियों के अलग-अलग दावे सामने आ रहे हैं. खास बात ये है कि अगर दोनों पक्षों के दावों को सही मान लें तो महाराष्ट्र विधानसभा में 47 ‘एक्स्ट्रा विधायक’ हो जाएंगे.
जहां एक तरफ शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी दावा कर रही हैं कि उनके पास सरकार बनाने के लिए जरूरी 145 के आंकड़े से ज्यादा विधायकों का समर्थन है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी भी इसी तरह का दावा कर रही है.
24 नवंबर की सुबह शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, ''अगर बीजेपी सरकार बनाने की कोशिश कर रही है तो ऐसा नहीं होगा. बीजेपी और अजित पवार ने गलत कदम उठाया है. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ 165 विधायक हैं.''
वहीं 24 नवंबर को ही बीजेपी नेता आशीष शेलर ने कहा, ''हमें राज्यपाल ने 30 नवंबर तक का वक्त दिया है, हम 170 या उससे ज्यादा विधायकों के साथ बहुमत साबित करेंगे.''
इन दोनों बयानों को साथ रखा जाए तो एक मजेदार आंकड़ा सामने आता है. दरअसल राउत के बयान के मुताबिक, अगर मान लिया जाए कि शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी के पास 165 विधायकों का समर्थन है और शेलर के बयान के मुताबिक मान लिया जाए कि बीजेपी के पास कम से कम 170 विधायकों का समर्थन है, ऐसे में 165 और 170 का योग 335 हो जाता है. मगर महाराष्ट्र विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या ही 288 है. ऐसे में सवाल उठता है कि 47 और विधायक कहां से आ गए?
महाराष्ट्र विधानसभा के कुल संख्याबल पर जाएं तो एक बात साफ है कि राउत और शेलर दोनों में से किसी एक का दावा फिलहाल हवा में है. ऐसे में आने वाला वक्त ही इन दावों की हकीकत बयां कर पाएगा.
ये भी देखें: BJP ने महाराष्ट्र में कैसे किया बड़ा उलटफेर, पूरी कहानी
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)