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CM ममता बनर्जी ने WB SSC Scam पर तोड़ी चुप्पी,कहा- 'दोषी हो तो उम्रकैद की सजा दो'

WB SSC Scam: पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी, दोनों आरोपियों को कोर्ट ने 3 अगस्त तक ED की हिरासत में भेजा

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने अपने मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की शिक्षक भर्ती घोटाले मामले (WB SSC Scam) में गिरफ्तारी के दो दिन बाद आखिरकार आज चुप्पी तोड़ी है. कभी सबसे करीबी सहयोगियों में गिने जाने वाले तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्थ चटर्जी से दूरी बनाते हुए सीएम ममता ने कहा कि "मैं भ्रष्टाचार या किसी गलत काम का समर्थन नहीं करती".

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न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार ममता बनर्जी ने कहा है कि,

“मैं भ्रष्टाचार या किसी भी गलत काम का समर्थन नहीं करती. अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे सजा दी जानी चाहिए, लेकिन मैं अपने खिलाफ चलाए जा रहे दुर्भावनापूर्ण कैंपेन की निंदा करती हूं."

दूसरी तरफ कोर्ट ने पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी दोनों को 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में रखने का आदेश दिया है. कोर्ट ने आदेश दिया है कि दोनों हाई प्रोफाइल आरोपियों का हर 48 घंटे के बाद मेडिकल चेकअप कराना होगा.

"मेरा नाम कीचड़ में घसीटने की कोशिश की तो मैं उसे भी नहीं छोड़ूंगी".

TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) में हुए भर्ती घोटाले की समयबद्ध रूप से जांच की आवश्यकता को दोहराया है. उन्होंने कहा कि "दोषियों को उचित सजा दी जाएगी. अगर आरोप साबित होते हैं तो उस व्यक्ति को सलाखों के पीछे डाल दो, भले ही वह जीवन भर के लिए ही क्यों न हो. लोग गलती करते हैं. मुझे पता है कि ऐसे उम्मीदवार हैं जो बिना नौकरी के हैं और मैंने इस समस्या को दूर करने के लिए एक अलग समिति बनाई है."

"सिर्फ इसलिए कि मैं एक पूजा कार्यक्रम में किसी के साथ मंच पर थी, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उस व्यक्ति से जुड़ी हूं. विपक्षी पार्टियां इसका इस्तेमाल सामने आये पैसे को मुझसे जोड़ने के लिए कर रही हैं. यह सच नहीं है. मैं उससे किसी भी तरह से जुड़ी नहीं हूं. मैं किसी भी उस मंत्री या विधायक को नहीं बख्शूंगी जो चोर है या पैसे ले चुका है. लेकिन अगर कोई मेरा नाम कीचड़ में घसीटने की कोशिश करेगा, तो मैं उसे भी नहीं छोड़ूंगी".
CM ममता बनर्जी

बता दें कि बंगाल के उद्योग मंत्री और करीबी विश्वासपात्र पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी पर उनकी चुप्पी पर बीजेपी की आलोचना के बीच ममता बनर्जी की ये प्रतिक्रिया आई है.

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पार्थ चटर्जी को हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत नहीं: एम्स

अधिकारियों ने कहा कि पार्थ चटर्जी को भुवनेश्वर स्थित AIIMS ने सोमवार, 25 जुलाई को फिट पाया और कहा कि, उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है. चटर्जी पहले कोलकाता के SSKM हॉस्पिटल में अस्वस्थ होने का दावा कर रहे थे. लेकिन अब AIIMS भुवनेश्वर के डायरेक्टर डॉ आशुतोष विश्वास ने उन्हें फिट घोषित किया.

“उन्हें (पार्थ चटर्जी) अपनी पुरानी बीमारी के कारण समस्या हो रही थी. हमने जांच की और रिपोर्ट हाई कोर्ट को सौंप दी गई, कि सीने में ज्यादा दर्द नहीं है. उनकी हालत स्थिर है और आज उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी"
डॉ आशुतोष विश्वास

पार्थ चटर्जी ने गिरफ्तारी के बाद CM ममता को तीन बार किया कॉल- पुलिस

70 वर्षीय पार्थ चटर्जी के अरेस्ट मेमो के अनुसार उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तीन बार कॉल किया था, लेकिन तीनों ही बार कोई जवाब नहीं आया. गिरफ्तार व्यक्ति को अपने रिश्तेदार या दोस्त को कॉल करके अपनी गिरफ्तारी की सूचना देने का अधिकार होता है. मेमो के अनुसार पार्थ चटर्जी ने इसी उद्देश्य से ममता बनर्जी को कॉल किया था.

पार्थ बनर्जी को लगभग रात 1.55 बजे गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद उन्होंने 2.33 बजे पहली बार कॉल किया, फिर उन्होंने ममता बनर्जी को सुबह 3.37 बजे और 9.35 बजे फिर से फोन किया. लेकिन एक बार भी उनका कॉल नहीं उठाया गया.

हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के पास कॉल आने के पुलिस के दावे को नकार दिया है. पार्टी नेता फिरहाद हाकिम ने कहा कि, गिरफ्तार मंत्री द्वारा ममता बनर्जी को फोन करने का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि उनका फोन ED के पास है.

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सबकुछ सामने आएगा और बहुत लोगों को अंदर जाना पड़ेगा- दिलीप घोष

इससे पहले ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री दुनिया की हर चीज से वाकिफ हैं लेकिन अपने मंत्रियों के 'भ्रष्टाचार से अनजान' हैं. न्यूज एजेंसी ANI से उन्होंने कहा कि

"ममता बनर्जी दुनिया के बारे में सब कुछ जानती हैं और अपने मंत्रियों के भ्रष्टाचार से वाकिफ नहीं हैं. कालीघाट (मुख्यमंत्री आवास) पर पैसा आता था. कोई अछूता नहीं है. और अधिक धन के रिकवर होने की उम्मीद है”

दिलीप घोष ने आगे कहा कि "आप चाय की दुकान पर पूछिए कौन सी बिल्डिंग किसकी है, किसको पैसे देकर नौकरी मिली है, ये आम लोग जानते हैं सिर्फ TMC नहीं जानती. अब बात करने का समय चला गया है, सबकुछ सामने आएगा और बहुत लोगों को अंदर जाना पड़ेगा"

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