पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आईसीयू से निकालकर एक प्राइवेड वार्ड में लाया गया है, उनकी कोविड-19 की उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. मनमोहन सिंह को रविवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था. सूत्रों ने कहा कि उन्होंने सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की थी.
मनमोहन सिंह को रविवार रात 8.45 बजे एम्स ले जाया गया था, उनकी कई जांच की गई. इस बात की भी जांच की गई कि कहीं वह कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं हैं, लेकिन उनकी कोविड-19 की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वह डॉक्टर नीतीश नायक की निगरानी में हैं.
मनमोहन सिंह की 2009 में सिंह की एम्स में एक सफल कोरोनरी बायपास सर्जरी हुई थी. यह एक जटिल ऑपरेशन था, जिसमें लगभग 14 घंटे लगे थे.
2004 में पीएम बने थे मनमोहन सिंह
डॉ. मनमोहन सिंह ने 2004 के आम चुनाव के बाद 22 मई 2004 को प्रधानमंत्री के रूप के शपथ ली और 22 मई 2009 को दूसरी बार प्रधानमंत्री बने. वो करीब 10 सालों तक देश के प्रधानमंत्री रहे.
डॉ सिंह ने 1991 से 1996 तक भारत के वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया जो आजाद भारत के आर्थिक इतिहास में एक निर्णायक समय था. आर्थिक सुधारों के लिए व्यापक नीति के निर्धारण में उनकी भूमिका को सभी ने सराहा है. भारत में इन सालों को डॉ. सिंह के व्यक्तित्व के अभिन्न अंग के रूप में जाना जाता है.
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