5 राज्यों के चुनाव के साथ ही मध्य प्रदेश के दमोह विधानसभा क्षेत्र में भी उपचुनाव हुआ. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए उम्मीदवार राहुल सिंह लोधी की इस चुनाव में करीब 17 हजार वोटों से बड़ी हार हुई. हार के बाद मध्य प्रदेश बीजेपी के आलाकमान ने पार्टी में भितरघात को पार्टी की हार का कारण बताया था. अब प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद एमपी बीजेपी ने सख्त फैसला लेते हुए दमोह बीजेपी के कद्दावर नेता, पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को नोटिस जारी किया है और उनके बेटे सिद्धार्थ मलैया समेत 5 मंडल अध्यक्षों को निलंबित कर दिया है.
प्रदेश बीजेपी के दमोह नेताओं पर बड़ी कार्रवाई
पूर्व मंत्री जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस, 10 दिन के अंदर दें जवाब
जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया का निलंबन, जवाब तलब
4 मंडल अध्यक्षों का निलंबन, 10 दिन के अंदर दें सफाई
प्रदेश बीजेपी की कार्रवाई को स्थानीय बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने सही बताया है. चुनाव हार ने पर ही पटेल ने ट्वीट कर पार्टी की भितरघात को हार का बड़ा कारण बताया था.
कांग्रेस विधायक राहुल लोधी के इस्तीफे के बाद हुआ उपचुनाव
राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद हुए 28 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में बीजेपी ने 19 स्थानों पर जीत दर्ज की थी और कांग्रेस नौ स्थानों पर जीती थी. उसके बाद दमोह से कांग्रेस के तत्कालीन विधायक राहुल लोधी ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया और बीजेपी में शामिल हो गए, इसके चलते उपचुनाव हुआ. दलबदल करने के कारण स्थानीय लोग राहुल लोधी से खासे नाराज थे और यह बात चुनावी नतीजों में भी सामने नजर आई.
दमोह बुंदेलखंड का वह जिला है जहां से केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल सांसद हैं. साथ ही यहां से छह बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड पूर्व मंत्री जयंत मलैया के नाम पर है. इतना ही नहीं बीजेपी का अपना वोट बैंक भी है उसके बावजूद बीजेपी के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा है.
IANS सूत्रों के मुताबिक पार्टी में प्रारंभिक तौर पर पार्टी के सामने जो बातें आई थीउनमें भितरघात के साथ नेताओं का कमजोर होता जनाधार भी है, इसलिए पहले से ही इस बात की संभावना इस बात की जताई जा रही है कि कई नेताओं पर जहां गाज गिर सकती है, वहीं कई ताकतवर नेताओं के कद भी छोटे किए जा सकते हैं.
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