जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उत्तरी कश्मीर के उरी में स्थित सैन्य शिविर पर हमले का मकसद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा करना बताया. हमले में 17 सैनिक शहीद हो गए हैं.
महबूबा ने अपने फेसबुक पेज पर जारी एक बयान में कहा, “हमले का मकसद क्षेत्र में ताजा हिंसा भड़काना और युद्ध जैसे हालात बनाना था.”
उन्होंने कहा कि हिंसा को प्रायोजित करने वालों और मदद करने वालों को उनकी हरकतों की निर्थकता समझ लेनी चाहिए, क्योंकि इससे लोगों के लिए समस्या पैदा होने के अलावा और कुछ हासिल नहीं होगा.
मुख्यमंत्री ने उरी में सैन्य शिविर पर हमले की निंदा की, जिसमें दो दर्जन से अधिक सैनिक घायल हो गए हैं.
उरी हमले के कारण बढ़े तनाव से जम्मू-कश्मीर व इसके आसपास वातावरण और बिगड़ सकता है, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा है.महबूबा मुफ्ती, मुख्यमंत्री,जम्मू-कश्मीर
मुख्यमंत्री ने शहीद सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की.
उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर हमेशा से भारत-पाक दुश्मनी का सबसे बड़ा शिकार रहा है और यहां के लोग पिछले छह दशकों से इसकी भारी कीमत चुका रहे हैं.”
यह भी पढ़िए- उरी हमले पर सेना का बयान- सभी आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)