शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने लखनऊ के रमाबाई मैदान में शक्ति प्रदर्शन किया. जनाक्रोश नाम के इस प्रदर्शन में मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी खास रही. साथ ही मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव भी मंच पर मौजूद रहीं.
अपने भाषण में शिवपाल ने इशारों-इशारों में अखिलेश यादव पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ‘समाजवादी पार्टी में न नेताजी (मुलायम सिंह) की बात सुनी गई, न मेरी सुनी गई. मुझे कोई पद नहीं चाहिए था. बस सम्मान का चाहिए था. इसके बाद ही मैंने नेताजी से पूछकर अलग पार्टी बनाई. नेताजी ने जो आदेश दिया, उसी का पालन किया.’
बता दें शिवपाल सिंह यादव अकसर खुद को मुलायम सिंह का समर्थन होने का दावा करते नजर आते है. लेकिन मुलायम अहम मौकों पर अखिलेश के साथ खड़े नजर आते हैं. अलग पार्टी बनाने के बाद शिवपाल सिंह का ये पहला शक्ति प्रदर्शन है.
यह प्रदर्शन राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ अलग-अलग मुद्दों पर किया गया है. अपने भाषण में शिवपाल ने बीजेपी पर सांप्रदायिकता को लेकर तीखे हमले किए. उन्होंने कहा कि देश को एकबार फिर दंगों में झोंकने की साजिश रची जा रही है.
शिवपाल ने पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि उनका सीना 56 इंच का है, जबकि पाक का कब्जा लगातार बढ़ता जा रहा है.
शिवपाल के कार्यक्रम में सैफई नहीं पहुंचे थे मुलायम
पिछले दिनों मुलायम के जन्मदिन पर शिवपाल ने जो प्रोग्राम रखा था, उसमें भी मुलायम सिंह नहीं पहुंचे थे. उस दौरान मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात की थी. डिंपल यादव और बच्चों के बीच ही मुलायम ने केक भी काटा था. उनके इस कदम से दोनों भाइयों में तल्खी आ गई थी.
लेकिन इस कार्यक्रम में मुलायम सिंह के पहुंचने पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश देखा गया. अपर्णा यादव ने भी खुले तौर पर कहा कि वे चाचाजी(शिवपाल सिंह) के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ी हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कार्यक्रम के लिए मुलायम सिंह को न्योता नहीं भेजा गया था. शिवपाल सिंह ने भी पहले ही साफ कर दिया था कि मुलायम के आने या न आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
रैली के मंच पर मुलायम और अपर्णा के अलावा, राज्यसभा सांसद सुखराम सिंह यादव, एमएलसी मधुकर जेटली, पूर्व मंत्री शादाब फातिमा और एक पूर्व विधायक भी मौजूद रहे.
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