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कर्नाटक: CM येदियुरप्पा को झटका,ऑडियो टेप मामले में जांच को मंजूरी

येदियुरप्पा पर JDS विधायक के बेटे को कथित तौर पर पैसे, मिनिस्ट्री का लालच देने का आरोप

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राज्य
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कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. सीएम येदियुरप्पा के खिलाफ आपराधिक केस को लेकर हाईकोर्ट ने जांच के आदेश दे दिए हैं. मुख्यमंत्री येदियुरप्पा पर आरोप है कि उन्होंने 2019 में जेडीएस विधायक के बेटे को कथित तौर पर पैसे और मिनिस्ट्री का लालच दिया था.

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सीएम येदियुरप्पा के खिलाफ जांच के आदेश

कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस जॉन माइकल कुन्हा ने इस मामले में फरवरी 2019 में अंतरिम आदेश पर लगी रोक को हटाकर, नया अंतरिम आदेश जारी कर दिया है. शरणगौड़ा द्वारा शिकायत पर बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. जिन्होंने येदियरुप्पा के साथ अपनी बातचीत को कथित तौर पर रिकॉर्ड कर लिया था.

उस समय बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष थे. शरणगौड़ा के साथ उनकी यह बातचीत 8 फरवरी को सर्किट हाउस में हुई थी.

इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इस ऑडियो क्लिप को जारी करते हुए आरोप लगाया था कि, बीएस येदियुरप्पा उनके विधायक को पैसे और मंत्रीपद का लालच देकर फंसाना चाह रहे थे.

कर्नाटक बीजेपी में येदियुरप्पा का विरोध

कर्नाटक में सीएम बीएस येदियुरप्पा को कुर्सी पर बैठे 20 महीने भी नहीं हुए हैं और उनके खिलाफ आवाज उठने लगी है. येदियुरप्पा के खिलाफ नाराजगी नई नहीं है, सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पहले ही बीजेपी विधायकों में असहमति है. यहां तक कि विधायकों की नाराजगी से परेशान बीएस येदियुरप्पा ने कहा था कि अगर विधायकों को कोई आपत्ति है तो वो दिल्ली जाकर राष्ट्रीय नेताओं से मिल सकते हैं. फिलहाल येदियुरप्पा की परेशानी की अहम वजह भ्रष्टाचार का मामला है. चलिए आपको समझाते हैं येदियुरप्पा के खिलाफ हो विरोध के कारणों को.

येदियुरप्पा पर भ्रष्टाचार के आरोप

दरअसल, इससे पहले कर्नाटक हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के खिलाफ आठ साल पुराने भ्रष्टाचार मामले को दोबारा शुरू करने की इजाजत दी थी. कर्नाटक हाईकोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामलों के लिए गठित एक स्पेशल कोर्ट को निर्देश दिया है कि वह जुलाई 2016 में एक सत्र न्यायालय द्वारा मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ हटाए गए पुराने मामले को बहाल करे. अवैध तरीके से भूमि अधिसूचना का ये मामला 2008-2012 के दौरान का है जब बीजेपी पहली बार सत्ता में थी.

77 साल के येदियुरप्पा के बारे में माना जाता है कि वो अपने छोटे बेटे बीवाई विजयेंद्र को अपना उत्तराधिकारी मानते हैं. जब येदियुरप्पा 2019 में सीएम बने तब शपथ समारोह में भी उनके बेटे सबसे अहम चेहरों में से थे. इसके अलावा साल 2020 में विजयेंद्र पर रिश्वत लेने का आरोप लगा था. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ने सिद्धारमैया विजयेंद्र पर 666 करोड़ के बीडीए निर्माण परियोजना घोटाले में 12 करोड़ रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. इस मामले में येदियुरप्पा के बेटे, दामाद और पोते का नाम आया था

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