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PM मोदी चाहते हैं कि 2019 में चुनाव लड़ें लालकृष्ण आडवाणी: रिपोर्ट

2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी अपने उम्र के ‘बंधन’ को तोड़ने के लिए तैयार दिख रही है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि लालकृष्ण आडवाणी 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ें. मतलब बीजेपी अपने उम्र के 'बंधन' को तोड़ने के लिए तैयार दिख रही है. आनंदबाजार पत्रिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ दिन पहले पीएम मोदी और अमित शाह ने आडवाणी के पृथ्वीराज रोड स्थिति बंगले में उनसे मुलाकात भी की थी.

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आडवाणी के अलावा मुरली मनोहर जोशी को भी चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी हो रही है.

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अभी गांधीनगर से सांसद हैं आडवाणी

साल 2014 में लालकृष्ण आडवाणी ने गुजरात के गांधीनगर से चुनाव जीता था. लेकिन उसके बाद से पीएम नरेंद्र मोदी और आडवाणी के बीच रिश्तों में खटास सबको मालूम है. आडवाणी ने 2013 में मोदी को पीएम उम्मीदवार बनाने पर ऐतराज जताया था, पर उनकी नहीं चली. बाद में बीजेपी की जबरदस्त जीत के बाद आडवाणी धीरे-धीरे वो पार्टी में साइडलाइन कर दिए गए.

यही हाल पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी का हुआ जिन्हें मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया जिसकी पार्टी के फैसलों में कोई अहमियत नहीं है. हालांकि 5 सदस्यों वाले मार्गदर्शक मंडल में अमित शाह, नरेंद्र मोदी भी हैं.

आनंदबाजार पत्रिका की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि पीएम मोदी ने इस मुलाकात में चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया.

सहयोगियों से मिला झटका तो अपनों की आई याद?

बीजेपी से इन दिनों सहयोगी थोड़ा रूठे हुए हैं, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने एनडीए गठबंधन का साथ छोड़ दिया है. NDA गठबंधन की दूसरी सहयोगी शिवसेना लगातार बागी रुख अपनाए हुए है. बिहार से नीतीश कुमार भी एनडीए और बीजेपी के साथ कुछ ज्यादा खुश नहीं दिख रहे हैं.

शायद मोदी-शाह की जोड़ी नहीं चाहती कि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज नेताओं की अनदेखी से गलत संदेश जाए. वैसे भी कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा मामले में उम्र के बंधन को नजरंदाज कर चुकी है. जहां 75 साल के येदियुरप्पा को सीएम बनाया गया था, ये बात अलग है कि उन्हें विश्वास मत लायक समर्थन ना होने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा.

विपक्ष के आरोपों का जवाब देने की नीति

पीएम मोदी और बीजेपी की इस पहल को एकजुट हो रहे विपक्ष के खिलाफ जवाब के तौर पर भी देखा जा सकता है. हाल ही में कर्नाटक से लेकर उत्तर प्रदेश तक कई ऐसे मौके आए जब पूरा विपक्ष बीजेपी के खिलाफ एक साथ दिखा. पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र जैसे राज्यों से एकजुट विपक्ष की तैयारी दिख रही है.

विपक्ष, बीजेपी पर बुजुर्ग नेताओं के अपमान का भी आरोप लगाता रहा है. यशवंत सिन्हा जैसे नेताओं ने इसे और पुख्ता किया है, ऐसे में बीजेपी लालकृष्ण आडवाणी और जोशी को अहमियत देकर इन आरोपों का जवाब देने की कोशिश में है.

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