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न मांझी न रहबर,ये कैसा सफर? PM ने इस अंदाज में दिया विपक्ष को जवाब

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने इस अंदाज में दिया राहुल के सवालों का जवाब

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मोदी सरकार के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को दिनभर लोकसभा में चर्चा हुई. इस दौरान विपक्ष की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया. हालांकि, बाद में पीएम मोदी ने भी विरोधियों को अपनी ही शैली में जमकर घेरा.

पीएम मोदी ने एक-एक करके विपक्ष के आरोपों पर बड़े ही सधे हुए तरीके से जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने अपने ही अंदाज में विपक्षियों पर खूब तंज कसे. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी इशारों-इशारों में तंज कसा. मोदी ने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव देश में अस्थिरता लाने के लिए लाया गया. प्रधानमंत्री ने शेर पढ़ा, ‘न मांझी, न रहबर, न हक में हवाएं, है कश्ती भी जर्जर, ये कैसा सफर है ?’

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल के सवालों पर PM मोदी के जवाब

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1. चौकीदार नहीं भागीदार हैं प्रधानमंत्रीः राहुल गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा. राहुल ने कहा, पीएम मोदी कहते थे कि वह देश के प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि चौकीदार हैं, लेकिन अब पता लग रहा है कि पीएम चौकीदार नहीं भागीदार हैं.

राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री का कुछ कारोबारियों के साथ क्या रिश्ता है? सभी को पता है कि प्रधानमंत्री की मार्केटिंग के लिए लगाया जाने वाला पैसा कहां से आता है? ऐसे कारोबारियों को हजारों करोड़ रुपये का फायदा मिलता है.

हम भागीदार हैं, सौदागर नहीं : मोदी

पीएम मोदी ने राहुल की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, ‘मैं गर्व से कहना चाहता हूं, हम चौकीदार भी हैं, भागीदार भी हैं, लेकिन न हम सौदागर हैं, न ठेकेदार हैं. हम देश के किसानों, गरीबों की पीड़ा के भागीदार हैं. हम देश के युवाओं के सपनों के भागीदार हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में नहीं होती है तब अस्थिरता और अफवाह फैलाने का काम करती है.

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने इस अंदाज में दिया राहुल के सवालों का जवाब
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2. आंख नहीं मिला पा रहे पीएम: राहुल गांधी

भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं सच बोल रहा हूं. इसीलिए सदन में बैठे प्रधानमंत्री मुझसे आंख नहीं मिला पा रहे हैं. वह कभी इधर देख रहे हैं और कभी उधर.

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने इस अंदाज में दिया राहुल के सवालों का जवाब

हम कौन होते हैं आपकी आंख में आंख डाल सकें : पीएम मोदी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘‘आंखों में आंखें नहीं डाल पाने'' संबंधी टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि ‘‘एक गरीब मां का बेटा, पिछड़ी जाति से आने वाला नरेन्द्र मोदी ऐसा साहस कैसे कर सकता है ?'' प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने देखा है कि आंखों में आंख डालने पर सुभाष चंद्र बोस के साथ क्या हुआ, चौधरी चरण सिंह के साथ क्या हुआ, जय प्रकाश नारायण के साथ क्या हुआ, मोरारजी देसाई के साथ क्या हुआ, सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ क्या हुआ ? उन्होंने कहा कि आंख में आंख डालने वालों को ठोकर मारकर बाहर कर दिया गया.

राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ आप तो नामदार है, मैं तो कामगार हूं. हम आपकी आंखों में आंख कैसे डाल सकते हैं.'' उन्होंने कहा कि आंखों का खेल पूरे देश ने देखा है. आंखों की बात करके ‘‘आंख की हरकत'' पूरे देश ने देखी है. आंखों की बात करके सत्य को पूरी तरह से कुचला गया है.

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3. वादा दो करोड़ सालाना का था, मिला सिर्फ 4 लाख को रोजगार: राहुल

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव 2014 के प्रचार अभियान के दौरान वादा किया था कि सभी लोगों के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा कराए जाएंगे. दावा किया था कि हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार दिया जाएगा, लेकिन दिए महज 4 लाख.

रोजगार को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा: मोदी

पीएम ने कहा कि देश में रोजगार को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है. सरकार ने रोजगार के आंकड़े हर महीने अलग-अलग विभागों में उपलब्ध कराने का फैसला लिया है. पिछले साल एक करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला.

रोजगार का जिक्र करते प्रधानमंत्री ने कहा कि सितंबर 2017 से मई 2018 तक नौ महीने में संगठित क्षेत्र में 50 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है. एक साल के लिये यह आंकडा जोड़ें तक यह संख्या 70 लाख होगी. संगठित और असंगठित क्षेत्र में एक साल में एक करोड़ लोगों से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है और यह एक स्वतंत्र एजेंसी का आंकड़ा है.

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4. राफेल सौदे में करीबी को 35 हजार करोड़ का फायदा पहुंचाया: राहुल

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि राफेल सौदे में यूपीए सरकार के कार्यकाल में एक विमान की कीमत 520 करोड़ रुपये थी. लेकिन मोदी सरकार ने जादू से इसे 1600 करोड़ रुपये प्रति विमान कर दिया. राहुल ने आरोप लगाया कि पीएम ने इसका कांट्रेक्ट एचएएल से लेकर अपने एक करीबी को दिया, जिससे उन्हें सीधे 35,000 करोड़ का लाभ पहुंचा. राहुल ने दावा किया कि दोनों देशों के बीच सौदे की जानकारी सार्वजनिक करने पर पाबंदी को लेकर कोई समझौता नहीं था. उन्होंने दावा किया कि खुद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने उन्हें इसकी जानकारी दी.

देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर बचकाना रवैया ठीक नहींः मोदी

राफेल सौदे को लेकर राहुल के बयान के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दो जिम्मेदार सरकारों के बीच सौदा है, दो कारोबारी पार्टियों के बीच नहीं. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के मुद्दे पर तो ‘‘यह बचकाना रवैया'' नहीं अपनाएं.

उन्होंने कहा कि यह समझौता जिम्मेदार सरकारों के बीच और पूरी पारदर्शिता के साथ हुआ. राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने संवेदनशील मुद्दे पर इस तरह की बात करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘ नामदार के आगे तो मैं इसके संबंध में प्रार्थना ही कर सकता हूं.''

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5. पीएम मोदी संसद में मेरे सामने 15 मिनट खड़े नहीं हो सकतेः राहुल

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वैसे तो ये चुनौती अपने अमेठी दौरे के दौरान दी थी. राहुल गांधी ने कहा था कि, ‘नरेंद्र मोदी पार्लियामेंट में खड़े होने से डरते हैं. हमें संसद में सिर्फ 15 मिनट भाषण देने का मौका मिल जाए तो प्रधानमंत्री सामने खड़े नहीं हो पाएंगे.’

खड़ा भी हूं और अपने काम पर अड़ा भी हूंः मोदी

पीएम मोदी ने राहुल के पुराने बयान का भी जवाब दिया. मोदी ने राहुल को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘‘अहंकार ही कहता है कि हम खड़े होंगे तो प्रधानमंत्री 15 मिनट तक खड़े नहीं हो पाएंगे. मैं खड़ा भी हूं और चार साल जो काम किये हैं, उस पर अड़ा भी हूं.”

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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ मैं प्रार्थना करूंगा कि साल 2024 में आपको इतनी शक्ति दे कि आप फिर अविश्वास प्रस्ताव लाएं. मेरी आपको शुभकामनाएं.''

मोदी ने 2024 में विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कहकर यह संदेश देने का प्रयास भी किया कि 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए को कोई चिंता नहीं है.

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