प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर नेहरु-गांधी परिवार पर बगैर नाम लिए कटाक्ष किया है. मोदी ने कहा कि एक परिवार ने राष्ट्र निर्माण में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के योगदान को मिटाने का प्रयास किया. पीएम ने कहा कि जो लोग बाबा साहेब के नाम पर अब तक वोट मांगते रहे, उन्हें शायद उनके बारे में पता भी नहीं होगा.
पीएम मोदी राजधानी दिल्ली में डॉ. बीआर. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे.
जो राजनीतिक दल बाबा साहेब का नाम लेकर वोट मांगते थे, उन्हें तो शायद उनके बारे में पता भी नहीं होगा. खैर, उन्हें आज कल बाबा साहेब कम, बाबा भोले ज्यादा याद आ रहे हैं.नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
‘बाबा साहेब के योगदान को मिटाने का प्रयास किया गया’
पीएम मोदी ने कहा कि बाबा साहेब के जाने के बाद बरसों तक राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को मिटाने का प्रयास किया गया, लेकिन बाबा साहेब के विचारों को लोग जनमानस के मन से हटा नहीं पाए. मोदी ने कहा कि जिस परिवार के लिए ये सब किया गया, उस परिवार के मुकाबले कहीं ज्यादा लोग आज बाबा साहेब से प्रभावित हैं.
‘हमारी सरकार में योजना में देरी अपराध है’
कांग्रेस नीत पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर बिना नाम लिए हमला बोलते हुए मोदी ने कहा, इस सेंटर को ही देखिए, इसे बनाने का निर्णय लिया गया था 1992 में. लेकिन 23 साल तक कुछ नहीं हुआ. हमारी सरकार में शिलान्यास हुआ और हमारी सरकार में ही इसका लोकार्पण हो रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह ये सेंटर अपनी तय तारीख से पहले बनकर तैयार हुआ, उसी तरह कितनी ही योजनाओं में अब तय समय को कम किया जा रहा है.
पीएम ने कहाकि हम तय समय सीमा को और कम कर रहे हैं ताकि और जल्दी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके.
बाबा साहेब की जन्मभूमि तीर्थ के तौर पर हो रही है विकसित
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार में बाबा साहेब के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है. दिल्ली के अलीपुर में जिस घर में बाबा साहेब का निधन हुआ, वहां डॉक्टर अंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक का निर्माण किया जा रहा है. मध्य प्रदेश के महू में बाबा साहेब के जन्मस्थान को भी तीर्थ के तौर पर विकसित किया जा रहा है. लंदन के जिस घर में बाबा साहेब रहते थे, उसे भी खरीदकर महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार एक मेमोरियल के तौर पर विकसित कर रही है.
उन्होंने कहा कि ऐसे ही मुंबई में इंदू मिल की जमीन पर अंबेड़कर स्मारक का निर्माण किया जा रहा है. नागपुर में दीक्षा भूमि को भी और विकसित किया जा रहा है. ये पंचतीर्थ एक तरह से बाबा साहेब को आज की पीढ़ी की तरफ से श्रद्धांजलि हैं.
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