प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए रैली कर रहे हैं. पीएम मोदी ने दिल्ली के कड़कड़डूमा में रैली को संबोधित करते हुए कहा इस रैली के दौरान उन्होंने कहा कि बीते कई दिनों से कई नेता और कार्यकर्ता आपके बीच आ रहे हैं. दिल्ली के लोगों का मन क्या है ये बताने की जरूरत नहीं है. पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें लोगों ने बीजेपी को सातों सीटें दी थीं.
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि सीएए के खिलाफ जो प्रदर्शन हो रहे हैं वो सिर्फ एक संयोग नहीं प्रयोग हैं. इसके पीछे राष्ट्र के सौहार्द को खंडित करने वाला इरादा है.
पीएम मोदी ने कहा ये दिल्ली सबका सत्कार करती है. सबको स्वीकार करती है. बंटवारे के बाद जो लोग यहां आए देश के अलग-अलग हिस्सों से अपने सामर्थ्य को आजमाने, हर किसी हिंदुस्तानी को दिल्ली ने दिल में जगह दी.
PM मोदी के भाषण की बड़ी बातें
- बीजेपी के लिए देश का इतिहास सबसे ऊपर है, देश का हित सबसे बड़ा है.
- दिल्ली में अवैध कॉलोनियों की बहुत बड़ी समस्या थी, ये मामला आजादी के बाद से लटका हुआ था. वोट के लिए वादे होते थे.
- दिल्ली बीजेपी ने संकल्प लिया है कि अवैध कॉलोनियों के तेज विकास के लिए कॉलोनी डेवलेपमेंट बोर्ड बनाया जाएगा.
- जहां झुग्गी होगी, वहां पक्का घर भी बनेगा. ऐसे परिवारों को पक्का घर देने के लिए तेजी से काम किया जाएगा. ऐसा घर जिसमें सब सुविधाएं होंगी.
- 2022 तक हमने सपने देखा है कि हर गरीब बेघर को अपना पक्का घर मिलेगा. पीएम आवास योजना की यही भावना है.
- गरीबों के लिए दो करोड़ घर बनाए जा चुके हैं और हमारी सरकार दो करोड़ घर और बनाए जा रहे हैं. दुनिया के देशों की टोटल जनसंख्या से ज्यादा घर हमने बना दिए हैं.
- दिल्ली में जो सरकार है वो गरीब बेघरों को घर नहीं देना चाहती है. दिल्ली में पीएम आवास योजना लागू नहीं हो पा रही है.
पीएम मोदी ने लोकपाल के मुद्दे पर दिल्ली सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि देश के लोगों को तो लोकपाल मिल गया लेकिन दिल्ली के लोग अब तक लोकपाल का इंतजार कर रहे हैं. जब नीयत साफ होती है तभी सही फैसले लिए जाते हैं.
पीएम मोदी ने बताया कि दिल्ली और अन्य शहरों में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 4400 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है. उन्होंने दिल्ली सरकार पर केंद्र की योजनाओं को लागू नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा, “दिल्ली के लोगों के साथ स्वास्थ्य जैसे गंभीर विषय पर भी राजनीति हो रही है. यहां आयुष्मान योजना लागू नहीं हो रही है. क्या राजनीति मानवता से बड़ी हो गई है.”
‘देश को पुरानी समस्याओं से मुक्ति चाहिए’
- दिल्ली में जब तक ये लोग बैठे रहेंगे, तब तक दिल्ली में ये लोग रुकावटें डालते ही रहेंगे. क्योंकि सिवाय राजनीति उन्हें कुछ आता ही नहीं है.
- 21वीं सदी का भारत नफरत की राजनीति से नहीं विकास की राजनीति से चलेगा.
- देश को तेजी से विकास करना है तो उसे दशकों पुरानी समस्याओं और चुनौतियों से मुक्ति पानी ही होगी.
- कॉमन ऑनलाइन एग्जाम से एक ही परीक्षा होगी. इसके आधार पर अलग-अलग सेवाओं में जा सकते हैं. रेलवे, बैंक, अन्य सरकारी संस्थानों में छात्र जा सकते हैं.
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि पहली बार लाल बत्ती से भारत के लोगों को मुक्ति मिली. पहली बार 5 लाख की इनकम पर टैक्स फ्री हुआ. पहली बार देश के हर किसान के खाते में मदद पहुंची. पहली बार 50 करोड़ गरीबों को 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली. पहली बार नाबालिगों से रेप करने पर फांसी की सजा का प्रावधान हुआ.
पीएम ने गिनाए अपनी सरकार के काम
आर्टिकल 370 से मुक्ति 70 साल बाद मिली. रामजन्मभूमि पर 70 साल बाद फैसला आया. करतारपुर साहिब कॉरिडोर 70 साल बाद बना. उन्होंने सीएए का जिक्र किया और कहा कि इससे हिंदुओं, सिखों और अन्य को नागरिकता का अधिकार मिला. शहीद जवानों के लिए वॉर मेमोरियल बनाया गया. शत्रु संपत्ति कानून जैसे कई काम विभाजन के बाद होने चाहिए थे. बोडो आंदोलन को खत्म करना, 84 के सिखों के गुनहगारों को सजा, वायुसेना को विमान, बेनामी संपत्ति जैसे कई मुद्दे कई दशकों से लटके थे.
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