प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और आंध्र के सीएम जगन रेड्डी को अलग-अलग चुनाव में बढ़त दिलाने के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब नए मोर्चे पर हैं. प्रशांत किशोर यानी PK अब पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के साथ काम करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत और उनकी टीम अगले महीने से काम पर लग जाएगी.
दरअसल, हालिया लोकसभा चुनाव में ममता की पार्टी टीएमसी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी को पश्चिम बंगाल में उम्मीद से कहीं ज्यादा 42 में से 18 सीटें हासिल हुईं, टीएमसी को यहां 22 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. राज्य में बीजेपी का ये उभार ममता बनर्जी के लिए आगे आने वाले विधानसभा चुनाव में भारी पड़ सकता है. ऐसे में ममता बनर्जी अब PK के अनुभव का फायदा उठाकर राज्य में अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती हैं.
जगन रेड्डी की जीत के हीरो रहे हैं PK
2019 में हुए लोकसभा चुनाव और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में जगन रेड्डी को भारी जीत हासिल हुई है. इस जीत के पीछे प्रशांत किशोर का ही दिमाग बताया जा रहा है. PK की I-PAC ने ही जगन मोहन की चुनावी रणनीति तैयार की थी. नतीजा सामने है, विधानसभा चुनाव में YSRCP ने 175 में से 151 सीटें हासिल की हैं. PK और I-PAC ने जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP के लिए मई 2017 से काम करना शुरू किया था और महज 2 साल में लोकसभा और विधानसभा दोनों में ही जगन की पकड़ मजबूत हो गई.
पीके की टीम ने जगन रेड्डी की पार्टी के लिए पिछले दो सालों में PK और I-PAC ने YSRCP के लिए कुल 17 कैंपेन चलाए, जिसमें 13 ऑनग्राउंड कैंपेन थे और 4 ऑनलाइन कैंपेन.
कई चुनावी जीत के हीरो रह चुके हैं प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर इससे पहले बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार, 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की जीत के मास्टरमाइंड भी करार दिए जा चुके हैं. 2014 लोकसभा चुनाव में 'चाय पर चर्चा' सुर्खियों में रही थी. इस हटके इवेंट का कॉन्सेप्ट प्रशांत किशोर का ही था. 2014 में वो बीजेपी और मोदी के लिए कैंपेन संभाल रहे थे. नतीजा सबके सामने है. इन चुनाव के बाद से ही प्रशांत किशोर बतौर चुनावी रणनीतिकार सभी पार्टियों की पहली पसंद बनते नजर आए. कांग्रेस, जेडीयू समेत कई पार्टियों ने प्रशांत की टीम को अपने साथ जोड़ा.
2015 विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की टीम ने नीतीश कुमार की पार्टी की तरफ से चुनावी रणनीति तैयार की. इस दौरान ‘बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है’ नारा काफी छाया रहा. ये कमाल पीके की टीम का ही था.
साल 2016 पंजाब इलेक्शन में प्रशांत किशोर ने अमरिंदर सिंह के लिए चुनावी रणनीति तैयार की. नतीजा ये रहा कि कांग्रेस को बड़ी जीत हासिल हुई. इसके बाद से बतौर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की अहमियत और बढ़ गई. फिलहाल, वो नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं.
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