पंजाब(Punjab) के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा(Sukhjinder Singh Randhawa) ने पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर उनकी दोस्त पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम को लेकर निशाना साधा है. रंधावा ने कहा कि पत्रकार अरूसा आलम की पाकिस्तान की खुफिया जांच एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस से संबंधों की जांच होनी चाहिए. वहीं, कैप्टन ने कहा है कि यह एक निराधार जांच है.
कैप्टन को देना होगा जवाब- रंधावा
गुरुवार को उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि जांच की जाएगी कि क्या अरूसा आलम का आईएसआई के साथ कोई संबंध है? रंधावा ने कहा कि उन्होंने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को इस पर गौर करने के लिए भी कहा है.
रंधावा ने बताया कि अरोसा साढ़े चार साल के लिए भारत में थी और उसका वीजा समय-समय पर बढ़ाया जाता था. सरकार ने उसका वीजा रद्द क्यों नहीं किया? जब हम अमरिंदर सिंह के खिलाफ गए , तो उसने भारत क्यों छोड़ा?
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि इस सब की जांच की जरूरत है और कैप्टन अमरिंदर को भी इन सवालों के जवाब देने होंगे."
अमरिंदर ने दिया जवाब
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि सुखजिंदर सिंह आप मेरे मत्रिमंडल में रहे. तब आपने अरूसा आलम के बारे में कभी शिकायत नहीं की.अरूसा लंबे वक्त से भारत सरकार की मंजूरी के बाद यहां आ रही हैं, तो क्या आप यह आरोप लगा रहे हैं कि वर्तमान एनडीए सरकार व पूर्व की यूपीए सरकार आइएसआइ से मिली हुई हैं.
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने यह भी कहा, “ऐसे समय में जब आतंकवाद का खतरा अधिक है और त्योहार नजदीक हैं, कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर ध्यान देने के बजाय, आपने पंजाब की सुरक्षा की कीमत पर पंजाब के डीजीपी को आधारहीन जांच पर रखा है.”
उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि इतने सालों में अरोसा आलम का वीजा किसने दिया था.
इस पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने इसे 16 साल के लिए प्रायोजित किया था और वीजा अनुरोधों को रिसर्च एंड एनालिसिस विंग और इंटेलिजेंस ब्यूरो ने मंजूरी दी थी.
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