कांग्रेस के बाद अब पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की आंतरिक कलह सुर्खियों में है. पंजाब आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और संगरूर से दो बार सांसद रह चुके भगवंत सिंह मान के समर्थकों ने जोरदार प्रदर्शन किया और मांग की गई कि भगवंत सिंह को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक मान के समर्थक राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल चीमा के घर के बाहर जमा हुए और मांग करते हुए कहा कि पार्टी भगवंत सिंह को पंजाब का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाए.
मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा जरूरी- पार्टी नेता
वरिष्ठ नेता जगसीर सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि आलाकमान श्री मान को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित करे. हमें 2017 के चुनावों में मुख्य रूप से हार का सामना करना पड़ा क्योंकि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गयी थी.
पार्टी कार्यकर्ताओं में दिन-प्रतिदिन असहमति की आग भड़कती नजर आ रही है. पार्टी कार्यकर्ता जस्करन सिंह ने कहा कि पंजाब में होने वाले चुनाव के लिए पार्टी अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल को खुद से चाहिए कि भगवंत सिंह को मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार बनाएं.
पिछले कुछ दिनों से पार्टी के कार्यकर्ता भगवंत सिंह को प्रतिनिधित्व दिलवाने के लिए उनके समर्थन में लगे हैं और उनके निवास का भी चक्कर लगा रहे हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पंजाब में भगवंत सिंह के भारी मात्रा में समर्थक हैं.
पंजाब के कई क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा बैठक की जा रही है और ये मांग की जा रही है कि भगवंत सिंह को 2022 के आगामी चुनाव के लिए मुख्यमंत्री के पद के उम्मीदवार की घोषणा की जाए.
अगर भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाता है तो पंजाब में पार्टी के सभी कार्यकर्ता बड़ी ही प्रसन्नता के साथ कार्य करेंगे.बलवंत सिंह, आम आदमी पार्टी कार्याकर्ता
उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक दल कार्यकर्ताओं के भीतर इस लंबे समय से चली आ रही निराशा के अवसर का लाभ भी उठा सकते हैं. जब तक उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं घोषित किया जाता, तब तक हमारा काम करने में मन नहीं लग रहा है. उन्होंने आगे सहानुभूति व्यक्त की कि मान ने लोगों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत की है.
उन्होंने आगे कहा कि अगर आने वाले चुनाव में भगवंत मान को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं बनाया जाता तो हम पार्टी को अपना समर्थन नही देंगे. एक अन्य कार्यकर्ता राधेश्याम का भी यही कहना है.
युवाओं का भी मिल रहा है समर्थन
पार्टी की आंतरिक कलह में भगवंत सिंह मान को पंजाब के युवाओं का समर्थन भी मिलता दिख रहा है. आम आदमी पार्टी के युवा समर्थक कुलविंदर सिंह कहते हैं कि हम वही करेंगे जो भगवंत जी कहेंगे.
एक अन्य कार्यकर्ता गुरप्रियर सिंह कहते हैं कि हम पार्टी हाईकमान से गुजारिश करते हैं कि भगवंत सिंह मान को पंजाब में आप का नेतृत्व दिया जाय.
पिछले दिनों जब जून में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पंजाब गए थे तो उन्होंने कहा था कि पंजाब का मुख्यमंत्री का उम्मीदवार सिख समुदाय से होगा.
2017 के चुनाव में कांग्रेस 77 सीटों पर जीत हासिल करते हुए पूर्ण बहुमत के साथ पंजाब में सरकार बनाई थी. आम आदमी पार्टी पंजाब विधानसभा में 20 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. शिरोमणि अकाली दल केवल 15 सीटें जीत सकी जबकि बीजेपी को कुल 3 सीटें ही मिली थीं.
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