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गुजरात के लोगों ने बीजेपी को बाहर करने का मन बनाया: भगवंत मान

Bhagwant Mann ने कहा- गुजरात के लोग उन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जो पंजाब के लोग भुगत चुके हैं.

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पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने कहा है कि गुजरात के लोगों ने बीजेपी को सत्ता से बाहर करके आम आदमी पार्टी (AAP) के हक में जनादेश देने का मन बना लिया है. यहां जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि AAP के हक में चलने वाली हवा आंधी में बदल गई है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी गुजरात में बदलाव का मुद्दा जोर-शोर से उठा रही है, परन्तु यह पार्टी ‘एमएलए एक्सचेन्ज पार्टी’ बनकर रह गई है, क्योंकि इसके ज्यादातर विधायक दूसरी पार्टियों द्वारा अपने में मिलाए जा रहे हैं.

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राज्य में आम लोगों की दयनीय हालत के लिए बीजेपी की आलोचना करते हुए भगवंत मान ने कहा कि भगवा पार्टी लोगों की दौलत लूटने के लिए जिम्मेदार है.

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि गुजरात के लोग भी उन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जो कभी 2022 के चुनाव से पहले पंजाब के लोग भी भुगत चुके हैं.

गुजरात बेहद गंभीर कृषि संकट का सामना कर रहा है, स्कूलों और अस्पतालों की हालत खराब है और सडक़ें बदतर हालत में हैं. 2022 के चुनाव से पहले पंजाब में भी यही हालात थी. हालात तभी बदल सकते हैं, जब आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आएगी.
भगवंत मान, मुख्यमंत्री, पंजाब

पंजाब में आम आदमी सरकार की बेमिसाल पहलें गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली जुलाई से पंजाब सरकार हरेक बिल पर लोगों को 600 यूनिट बिजली मुफ्त दे रही है. उन्होंने कहा कि इसके नतीजे के तौर पर कुल 72.66 लाख में से लगभग 50 लाख घरों को सितम्बर महीने का बिजली का बिल जीरो आया है, जो कुल संख्या का 68.81 प्रतिशत बनता है. उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह पिछले छह महीनों में अब तक 17 हजार से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियां मुहैया की गई हैं.

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मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार नौकरियों में दमनकारी ठेकेदारी प्रणाली के विरुद्ध है, जिस कारण राज्य में 30 हजार से अधिक संविदा पर रखे कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है.

भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन की शुरुआत की है, जिसकी मदद से भ्रष्टाचार में लिप्त तत्वों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है. केवल ईमानदार सरकार ही ऐसी बेमिसाल और लोक-हितैषी पहलें कर सकती है. बेसहारा पशुओं की समस्या से बढिय़ा तरीके से निपटने के लिए राज्य सरकार ने गऊ सेवा आयोग को मजबूत किया है. इसका उद्देश्य जहां एक ओर बेसहारा पशुओं की हादसों में जाने वाली जान बचाना है, वहीं दूसरी ओर गऊओं की देखभाल को सुनिश्चित बनाना है.

उन्होंने आगे कहा कि गायों के कल्याण के लिए गऊ सैस का तर्कसंगत प्रयोग सुनिश्चित बनाने की कोशिशें चल रही हैं.

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