पंजाब कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह और कुछ सांसदों के बीच सबकुछ सही नहीं चलता दिख रहा है. हाल ही में पंजाब में जहरीली शराब की वजह से हुई मौतों के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह ढुल्लो ने कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ आवाज उठाई थी. अमरिंदर सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया था. अब प्रताप सिंह बाजवा के साथ ये 'विवाद' नए मोड़ पर आ गया है. बाजवा ने सिक्योरिटी कम किए जाने के खिलाफ पंजाब डीजीपी को लेटर लिखा है कि अगर उनकी सुरक्षा में कोई सेंध लगती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी डीजीपी और सीएम अमरिंदर सिंह की होगी.
डीजीपी पंजाब के ऑर्डर पर रातोंरात पंजाब पुलिस की सिक्योरिटी मुझसे छीन ली गई है, सिक्योरिटी का इस तरीके से हटाया जाना राजनीतिक कदम है.प्रताप सिंह बाजवा
पार्टी नेतृत्व में बाजवा को विश्वास नहीं?- अमरिंदर सिंह
प्रताप सिंह बाजवा के इन आरोपों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस की ड्यूटी में अधिक तैनाती की वजह से सुरक्षा में लगे जवानों को हटाया गया है. ये फैसला तब जाकर लिया गया था जब गृह मंत्रालय की तरफ से उन्हें जेड सिक्योरिटी के तहत 25 जवानों की सिक्योरिटी दी जा चुकी है.
मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि अगर बाजवा को सरकार पर भरोसा नहीं है तो वो पार्टी हाई कमांड के पास अपनी शिकायत लेकर क्यों नहीं जाते. कैप्टन अमरिंदर ने पूछा है क्या बजावा का भरोसा उनपर से भी उठ गया है?
शराब से हुई मौतों पर उठाए गए थे सवाल
जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद सरकार का नाकामी जैसे आरोप जब अपने ही सांसदों की तरफ लगाए गए तो राज्य के मुखिया कैप्टन अमरिंदर सिंह को खुद सामने आना पड़ा था. उन्होंने एक वीडियो मैसेज जारी करते हुए कहा था कि एक तरफ पूरा राज्य कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ गैर कानूनी लोग ऐसा काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा,
“जो लोग समझते हैं कि हम लोग कुछ भी करके पैसा कमा सकते हैं, जिन्हें कोई सोच समझ नहीं है. उन्होंने खराब शराब बेचकर 111 लोगों की जान ले ली है. मैंने पूरी पुलिस और एक्साइज डिपार्टमेंट को कहा है कि अगले दो दिन में आरोपियों को पकड़े. उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. ताकि दोबारा कोई ऐसा करने की हिम्मत न करे. ये मौत नहीं एक किस्म के खून हुए हैं. सारी पुलिस फोर्स और एक्साइज फोर्स लगी हुई है, काफी लोग पकड़े गए हैं और बाकी भी पकड़े जाएंगे. फिर चाहे वो कितना भी बड़ा शख्स हो.”
कैप्टन अमरिंदर सिंह
इस विरोध के बाद अपनी ही पार्टी के खिलाफ आवाज उठाने वाले दोनों सांसदों पर अब कार्रवाई की भी बात कही जा रही था. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इसके लिए पार्टी आलाकमान को लेटर भी लिखा था.
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