दिल्ली हाईकोर्ट के जज मुरलीधर के आधी रात ट्रांसफर होने के मामले में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. जहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कटाक्ष करते हुए दिवंगत जस्टिस लोया का मामला उठाया, वहीं बीजेपी ने 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों का मामला उठाकर जवाबी प्रहार किया है.
हाईकोर्ट के जज का ट्रांसफर
दिल्ली बीजेपी के नेता और हालिया विधानसभा चुनाव में हरि नगर से पार्टी के उम्मीदवार तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट किया, "जिन 10,000 सिखों को नहीं बचाया गया, उनको याद करते हुए." जज बीएच लोया विशेष कोर्ट में सोहराबुद्दीन मामले की सुनवाई कर रहे थे जब दिसंबर 2014 में उनकी संदिग्ध मौत हो गई थी. कानून एवं न्याय मंत्रालय ने बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति एस. मुरलीधर का ट्रांसफर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट कर दिया था.
न्यायमूर्ति एस. मुरलीधर का ट्रांसफर हाईकोर्ट में उनकी अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के संबंध में जारी किए गए उन आदेशों के कुछ ही घंटों बाद हो गया, जिसमें कहा गया था, "कोर्ट अपने सामने 1984 जैसी स्थिति पैदा नहीं होने देगा." हालांकि उनके ट्रांसफर की अनुशंसा सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा एक सप्ताह पहले ही कर दी गई थी.
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