अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके घर पर मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने तमिलनाडु के राजनीतिक हालात समेत कई मुद्दों पर बातचीत की. मुलाकात के बाद गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''कमल हासन से मिलकर अच्छा लगा. हमने तमिलनाडु में सियासी हालात सहित दोनों पार्टियों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की.'' हासन ने राहुल गांधी को शुक्रिया कर कहा कि आशा करता हूं बातचीत आपके लिए भी उपयोगी रही होगी.
रजिस्ट्रेशन के लिए दिल्ली पहुंचे थे हासन
कमल हासन ने इसी साल फरवरी में अपनी पार्टी 'मक्कल नीधि मय्यम' का गठन किया था. पार्टी के ऑफिशियल रजिस्ट्रेशन के सिलसिले में उन्होंने निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की. उन्हें उम्मीद है कि जल्दी ही उनकी पार्टी का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.
बहरहाल, उनका कहना था कि चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उसकी कोई समय सीमा नहीं बतायी. पार्टी के सिंबल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस विषय पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है और चुनाव आयोग के पास पहुंचने से पहले इस मुद्दे पर पार्टी के अंदर चर्चा होगी.
राहुल गांधी से मुलाकात के क्या मायने हैं?
तमिलनाडु की राजनीति में दखल रखने वाले कमल हासन इस बार अपनी पार्टी 'मक्कल नीधि मय्यम' के साथ मैदान में होंगे. राज्य में 2021 में चुनाव होने हैं. हर बार की तरह इस बार सिर्फ DMK और AIADMK के बीच मुकाबला नहीं है, कमल हासन और रजनीकांत भी दावेदारी के लिए तैयार हैं.
बीजेपी-कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टियां के पास रजनीकांत और कमल हासन जैसे नेताओं के साथ मिलकर राज्य में अपना सूखा दूर करने का मौका है. ऐसे में दोनों की फैन फॉलोइंग को देखते हुए बीजेपी और कांग्रेस की निगाहें भी इन नए नेताओं पर है.
लेकिन कमल हासन धीरे-धीरे ये साफ कर रहे हैं कि आखिर वो किस पाले में हैं. पार्टी बनाने से पहले भी वो कई बार बीजेपी विरोधी बयान दे चुके हैं. राज्य स्तर पर वो AIDMK का खुला विरोध करने के लिए जाने जाते हैं. अब पहले कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में उनकी मौजूदगी फिर राहुल गांधी के साथ ये मुलाकात बहुत कुछ कहती है. ऐसे अनुमान है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को नया साथी मिलने जा रहा है.
केजरीवाल से प्रभावित हैं कमल हासन?
फरवरी में जब कमल हासन ने अपनी पार्टी को लॉन्च किया था तो उस मौके पर अरविंद केजरीवाल उनके साथ नजर आए थे. दोनों ने एक दूसरे की जमकर तारीफ की थी. उस दौरान कमल हासन ने कहा था कि मेरी और केजरीवाल की इमेज कुछ एक जैसी ही रही है. दरअसल, केजरीवाल की ही तरह कमल हासन भी अलग तरीके की राजनीति का भरोसा देकर सियासी पारी खेलने उतरे हैं और तमिलनाडु का सीएम बनने की इच्छा भी जता दी है. ऐसा लगता है कि कमल हासन अपनी पारी की शुरुआत से ही बता देने चाहते हैं कि उनका झुकाव किस विचारधारा और किस गठबंधन की तरफ है.
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