भगौड़े विजय माल्या और वित्तमंत्री अरुण जेटली की मुलाकात पर कांग्रेस अध्यक्ष ने सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर ले लिया है. राहुल ने जेटली से पूछा कि उन्होंने माल्या को खुद भगाया या पीेएम मोदी के कहने पर.
राहुल गांधी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता पी एल पूनिया भी मौजूद रहे. पूनिया ने दावा किया कि वो जेटली और माल्या की मुलाकात के चश्मदीद हैं. उनके सामने दोनों के बीच करीब 20 मिनट का अंतरंग मुलाकात हुई.
राहुल गांधी ने कहा अब इन खुलासों के बाद जेटली को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर एक अपराधी ने देश से फरार होने के पहले वित्त मंत्री से क्यों मुलाकात की? क्या साठगांठ थी दोनों के बीच?
‘माल्या और वित्त मंत्री के जरूर कोई डील हुई है’
राहुल ने आरोप लगाया कि वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात करके देश से भागने का मतलब साफ है कि माल्या और वित्त मंत्री के बीच जरूर कोई डील हुई होगी. जेटली बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन उनको बताकर माल्या लंदन भाग गया और एजेंसियां कुछ नहीं कर पाईं
राहुल गांधी ने सवाल पूछा कि क्या वित्त मंत्री ने माल्या को भागने दिया या पीएम मोदी की तरफ से ऐसा कोई आदेश आया था.
राहुल गांधी के आरोप
- पूनिया अरुण जेटली और विजय माल्या की मुलाकात के चश्मदीद गवाह हैं
- बैठकर संसद के सेंट्रल हॉल में 15-20 मिनट की मीटिंग हुई
- वित्त मंत्री ने भगौड़े से बात क्यों की, रोकने के नोटिस को क्यों बदला गया?
- जेटली ने पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी
- अपराधी संसद में वित्तमंत्री से बात करता है, लंबी लंबी बातें करने वाले जेटली चुप रह जाते हैं
- मेरा आरोप है कि जेटली जी से कोई डील हुई है वो उनसे बात करके ही लंदन भागा
- जेटली जी इस्तीफा दें और बताएं कि क्या उन्हें ऊपर से माल्या को भगाने को कहा गया
- एक अपराधी ने वित्तमंत्री को बताया कि वो लंदन भागने वाला है और जेटली जी ने ये जानकारी जांच एजेंसियों से क्यों छिपाई
- वित्तमंत्री ने संसद में अपराधी से क्यों मिले? इस मुलाकात में क्या क्या बातें हुईं
पूनिया का मुलाकात के चश्मदीद होने का दावा
- मैंने देखा माल्या और जेटली के बीच बड़ी अंतरंग तरीके से बातें हो रही थीं. सेंट्रल हॉल में मुलाकात हुई
- 1 मार्च 2016 को मुलाकात हुई, उस सत्र में पहली बार विजय माल्या संसद आए थे
- खबरें छपीं तो मैंने कहा था दो दिन पहले ही अरुण जेटली से मिलकर गए थे माल्या
- जेटली ने ढाई साल तक चुप्पी साधे रखी, संसद में बहस भी हुई लेकिन जेटली ने मुलाकात की जानकारी किसी को नहीं बताई
- 1 मार्च को मुलाकात हुई थी, संसद के सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है
- अगर मैं झूठा साबित हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, नहीं तो जेटली जी राजनीति छोड़ दें
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