राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सोमवार को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद कहा कि उन्हें पद को लेकर कोई लालसा नहीं है और उम्मीद है कि समस्या का जल्द ही समाधान हो जाएगा.
पायलट ने कहा, ‘‘सरकार और संगठन के कई ऐसे मुद्दे थे जिनको हम रेखांकित करना चाहते थे. चाहे देशद्रोह का मामला हो, एसओजी जांच का विषय हो या फिर कामकाज को लेकर आपत्तियां हों, उन सभी के बारे में हमने आलाकमान को बताया.’’
इसके अलावा उन्होंने कहा,
- ‘‘हमने शुरू से यह बात कही कि जो हमारे मुद्दे हैं वे सैद्धांतिक हैं. मुझे लगता था कि ये पार्टी के हित में हैं और इनको उठाना बहुत जरूरी है. हमने ये सारी बातें आलाकमान के सामने रखी हैं.’’
- ‘‘पूरे प्रकरण के दौरान बहुत सारी बातें की गईं और यहां तक कि मेरे बारे में भी बहुत बातें हुईं. व्यक्तिगत तौर पर कुछ ऐसी बातें हुईं जिनका मुझे भी बुरा लगा, लेकिन संयम बनाए रखना चाहिए. राजनीति में व्यक्तिगत दुर्भावना की कोई जगह नहीं है. हम लोगों ने पांच साल तक मेहनत कर यह सरकार बनाई है. इस सरकार में सभी की भागीदारी है.’’
राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पायलट ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हमारी बात सुनी. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और हम सभी ने विस्तार से चर्चा की. विधायकों की बातों को उचित मंच पर रखा गया है. मुझे आश्वासन दिया गया है कि तीन सदस्यीय समिति बनाकर तमाम मुद्दों का निराकरण किया जाएगा.’’
अपने पद जाने को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी पद देती है, पार्टी पद ले भी सकती है. मुझे पद की बहुत लालसा नहीं है. हम चाहते हैं कि जिस मान-सम्मान और स्वाभिमान की बात की जाती है, वो बना रहे.’’
पायलट ने कहा, ‘‘मुझे लगता था कि डेढ़ साल की सरकार में काम करने के बाद मेरा अनुभव रहा है, वो मैं कांग्रेस आलाकमान के सामने लेकर जाऊं. मुझे लगता है कि उनका निवारण होगा.’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने पायलट के साथ बैठक के बाद कहा कि कांग्रेस एक दूसरे का परस्पर सम्मान करते हुए एकजुट होकर आगे बढ़ेगी.
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